पानी की किल्लत: स्कूल, मरघट और आदिवासी बस्ती का हैंडपंप खराब, नीमखेड़ा की ग्रामीण जल मिशन योजना अधर में अटकी
– पीएचई में कई बार शिकायत की, लेकिन नहीं सुनते अधिकारी मंगलवार को जनसुनवाई में शिकायत करने पहुंची महिलाएं
हैंडपंपों ने तोड़ा दम: भीषण गर्मी में 2 किमी दूर से पानी लाने को मजबूर बच्चे-महिलाएं
शिवलाल यादव
रायसेन।जनपद पंचायत सांची के भोपाल रोड़ स्थित नीमखेड़ा, गनिहारी मुरेलकलां में भीषण गर्मी के चलते जलसंकट की समस्या गहराने लगी है।हैंडपंप भी जबाव देने लगे हैं।पानी की किल्लत की वजह से ग्रामीजनों बच्चों महिलाओं को दूरदराज के जलस्रोतों से सिर पर बर्तन रखकर पानी की ढुलाई करने के लिए मजबूर हैं।नीमखेड़ा गांव की पीएचई विभाग की लाखों की लागत से ग्रामीण जल मिशन की योजना ठेकेदार द्वारा अभी तक शुरू नहीं की गई है।जिससे ग्रामीनजनों की समस्या और भी बढ़ गई है।नीमखेड़ा के ग्रामीण नाराज हैं।
पीएचई विभाग के अधिकारी द्वारा हैंडपंप ठीक न करने को लेकर गांव के लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि वह अब जनसुनवाई में इस मुद्दे को उठाएंगे। ताकि कलेक्टर अरविंद दुबे तक यह बात पहुंचे इसीलिए जनसुनवाई में महिलाएं आवेदन देने पहुंचीफिर भी पीएचई विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जल स्तर नहीं उतरा है, सिर्फ हैंडपंप खराब हैं। ठीक हो जाएं तो सभी की समस्या खत्म हो जाएगी। गौरतलब है कि जून का महीना चल रहा है, भीषण गर्मी का दौर है। ऐसे में ग्रामीणों को पैदल चलकर दूर-दराज से पानी लाना पड़ रहा है। जिम्मेदारों को ग्रामीणों की जरा सी भी परवाह नहीं है।
हैंडपंपों की दुर्दशा….
गनिहारी, नीमखेड़ा मरघट, स्कूलों का कई दिनों से हैंडपंप खराब पड़ा है। किसी के निधन होने कुछ रस्मों को पूरा करने के लिए पानी की जरुरत होती है। लेकिन मरघट का हैंडपंप खराब होने की वजह से लोगों को घर से पानी लेकर आना पड़ता है। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।नीमखेड़ा के पूर्व सरपंच मोहन बाबू मीणा,रिनिया बाई,मुन्नी बाई हरि बाई का कहना है कि हमारे गांव में जल जीवन मिशन योजना जल्द शुरू करने की मांग कलेक्टर अरविंद दुबे जिपं सीईओ अंजू पवन भदौरिया से की हैं।
गनिहारी स्कूल में समस्या….
मिडिल स्कूल के पास लगा हैंडपंप भी खराब है। सोमवार से स्कूल खुलेंगे। बच्चे भी आने लगेंगे। ऐसी स्थिति में उन्हें पानी जैसी मूलभूत सुविधा के लिए परेशान होना पड़ेगा। घर से पानी लाना होगा। अगर अधिकारी पहले से ध्यान देते तो यह स्थिति न बनती।
आदिवासी बस्ती:गांव में आदिवासी बस्ती में भी पानी का संकट हैं। इस बस्ती में भी हैंडपंप खराब है। यहां रहने वाले लोगों को करीब डेढ़ से दो किमी दूरी से पानी लाना पड़ता है। बच्चे तक पानी ढोने में लगे हुए हैं। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं नीमखेड़ा के पूर्व सरपंच मोहन मीणा ने कलेक्टर अरविंद दुबे को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने अनुरोध किया है कि गांव के 3 हैंडपंप खराब हैं। अगर इस भीषण गर्मी में यह ठीक हो जाएं तो लोगों को राहत मिले।
शहर में भी हैंडपंप खराब…..
रायसेन शहर में भी गांवों के साथ जलसंकट गहराने लगा है।रायसेन नगर के वार्ड 3 फौजदार मोहल्ला होली चौक का हेण्डपंप सिलेंडर रॉड गिर जाने से 3,4 दिनों से खराब पड़ा है।ऐसी स्थिति में वार्डवासियों को दूसरे मोहल्ले के हैंडपंपों पर आश्रित होना पड़ रहा है।फौजदार मोहल्ले की फिरदौस जहां अनिता शर्मा ज्योति सेन ने बताया कि नलों में कम प्रेशर से आते हैं।जिससे लोगों को पानी नसीब नहीं हो पाता है।
शहर से सटे गांवों में जल संकट पैदा हो गया है। शिकायतों के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। भीषण गर्मी में पीने को लेकर लोग परेशान हैं।
पीएचई विभाग के अधिकारी हैं कि कमरों में बैठकर एसी की ठंडी हवा खा रहे हैं। खराब हैंडपंपो को ठीक कराने में ध्यान नहीं हैं। शहर से सटे गांव में पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। उन्हें कई किमी पैदल चलने के बाद पानी का इंतजाम करना पड़ रहा है। इतना सब होने के बाद भी सुनवाई न होना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।