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डार्क वेब से आ रहे मादक पदार्थों को रोकने रायपुर पुलिस ने कुरियर कंपनियों व पोस्ट आफिस को लिखा पत्र

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रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश के दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर और कई जिलों में बड़े पैमाने पर मादक पदार्थ का सेवन करने वालों की संख्या बढ़ रही है। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि मादक पदार्थों का धंधा करने वाले मादक पदार्थ मंगाने के लिए डार्क वेब का सहारा ले रहे हैं।

रायपुर में पिछले दिनों डार्क वेब से मादक पदार्थ मंगाने की एक घटना सामने आ चुकी है। डार्क वेब से आ रहे मादक पदार्थों को रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। सामान्य तरीके से या मेल से मादक पदार्थ मंगाने वालों को पुलिस आसानी से ट्रेस कर सकती है, लेकिन डार्क वेब से मंगाए गए पार्सल को पुलिस किसी भी हाल में ट्रेस नहीं कर सकती। यही वजह है कि पुलिस ने कुरियर कंपनियों और पोस्ट आफिस को पत्र लिखा है कि संदिग्ग्ध पार्सल की सूचना अनिवार्य रूप से दें।

गौरतलब है, एक मां की शिकायत पर पुलिस को डार्क वेब के माध्यम से प्रतिबंधित मादक पदार्थ आने की जानकारी मिली है। पुलिस को आशंका है कि राजधानी में और कई प्रतिबंधित मादक पदार्थों का सेवन और खरीदी-बिक्री करने वाले डार्क वेब से मादक पदार्थ मंगा रहे होंगे।

डार्क वेब को ट्रेस करने का कोई सिस्टम नहीं होने से पुलिस के साथ केंद्रीय जांच एजेंसियों को परेशानी है। पुलिस अफसरों के मुताबिक डार्क वेब से मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए मुखबिरी ही एकमात्र साधन है। तकनीकी मामलों के जानकार ही डार्क वेब से मादक पदार्थ मंगा सकते हैं।

आइपी एड्रेस ट्रेस नहीं होता, इसलिए पकड़ना मुश्किल:

डार्क वेब का उपयोग करने वाले यूजर का आइपी एड्रेस ट्रेस नहीं होता, इसलिए डार्क वेब अपराधियों के लिए सुरक्षित प्लेटफार्म है। पोर्न वीडियो, मानव तस्करी के साथ मादक पदार्थों का कारोबार करने वाले डार्क वेब के माध्यम से काला कोराबार संचालित कर रहे हैं।

डार्क एक्सेस करना आसान नहीं:

डार्क वेब में विजिट करना आसान नहीं है। इसमें विजिट करने के लिए स्पेशल वेब ब्राउसर की जरूरत पड़ती है, जिसे टोर कहा जाता है। डार्क वेब में कई हैकर्स भी शामिल रहते हैं। हैकर्स डार्क वेब का इस्तेमाल करने वालों की साइट को हैक कर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।

विदेश से संदिग्ध पार्सल आने पर जानकारी दें

डार्क वेब से आने वाले संदिग्ध पार्सल को रोकने के लिए पोस्टल सर्विस उपलब्ध कराने वाले सरकारी पोस्ट आफिस, कुरियर कंपनी की मदद ली जाएगी। अफसर के मुताबिक पोस्ट आफिस के साथ कुरियर कंपनी के प्रबंधन को इसके लिए पत्र लिखा गया है। उन्हें कहा गया है कि विदेश से संदिग्ध पार्सल आने पर जानकारी दें। डार्क वेब के माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले मादक पदार्थों को रोकने पुलिस के पास कोई उपाय नहीं है। इसे ट्रेस करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।

– अभिषेक माहेश्वरी, एसपी, रायपुर

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