समर्थन मूल्य पर खरीदी की तिथि तय नहीं:कृषि उपज मंडी में 1500 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल घाटे में बेच रहे मूंग
शिवलाल यादव रायसेन
किसान समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।लेकिन अभी तक सरकार ने खरीदी को लेकर कोई भी निर्देश जारी नही किए है। इस वजह से किसानों को गल्ला मंडी में फसल बेच रहे हैं। ऐसे में किसानों को 1000 से 1500 रुपए प्रति क्विंटल तक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कम दामों में मूंग उपज बेचने को मजबूर किसान…..
किसान कृषि उपज मंडी में औने पौने दामों में मूंग उपज अनाज कारोबारियों को बेचने के लिए मजबूर हैं।गुरुवार को दोपहर अनुश्री ट्रेडर्स के संचालक व ग्रेन मर्चेंट मनोज कुमार सोनी स्वप्निल सोनी के यहां मूंग की नई उपज बिक्री के लिए पहुंची।इधर
जिन किसानों ने जायद की मूंग फसल का उत्पादन लिया है ।उन्हें खरीफ फसल की व्यवस्था लगाने के लिए अपनी फसलों को कम दामों पर बेचने के लिए भी मजबूर होना पड़ा है। इसके बावजूद सरकार अभी तक कोई निर्णय नहीं ले सकी है।
कृषि उपज मंडी में प्रतिदिन 1500 से 2000 हजार बोरे की मूंग की आवक हो रही है। इस दौरान किसानों को 6 हजार से 7 हजार रुपए तक के भाव मिल रहे हैं।
केंद्र की मोदी सरकार ने मूंग फसल का नया एमएसपी 7755 रुपए निर्धारित किया है ।जो पिछले साल के मुकाबले 480 रुपए अधिक है। क्षेत्र में लगभग 35 हजार से भी अधिक के रकबे में यह फसल बोई गई थी। कृषि उपज मंडी में नीलामी में लगभग 15 हजार क्विंटल से अधिक मूंग की खरीदी की जा चुकी है।
6 साल में पहुंचा 35 हजार हेक्टेयर से भी अधिक का आंकड़ा: बीते 6 सालों में जायद की मूंग फसल के रकबे में तेजी के साथ वृद्धि हुई है और यह आंकड़ा 35 हजार हेक्टेयर को पार कर गया है।