शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित माना जाता है। कहा जाता है कि शनि ग्रह जातक के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है। शनि एक ऐसा ग्रह है जो आपकी किस्मत को चमकाकर आपको राजा बना सकता है और आपको बर्बाद करके राजा से रंक भी बना सकता है। साथ ही शनि देव के प्रकोप से जातकों के जीवन में नौकरी और व्यापार से संबंधित कई तरह की परेशानियां आती रहती हैं। इन परेशानियों के निवारण के लिए शास्त्रों में शनिवार के दिन शनि देव की विशेष पूजा तथा कुछ उपाय करना लाभदायक बताया गया है। कहा जाता है कि कर्मफल दाता शनि देव को प्रसन्न करने से जातकों के जीवन में आ रही नौकरी और व्यापार से संबंधित परेशानियां दूर हो जाती हैं।
मान्यताओं के अनुसार शनिदेव ने हनुमान जी को ये वचन दिया था कि वे कभी भी उनके भक्तों को परेशान नहीं करेंगे। इसलिए शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। शनिवार के दिन उन्हें चोला चढ़ाएं, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड आदि का पाठ करें।
पौराणिक कथाओं के अनुसार पीपल में 33 कोटि देवताओं का वास होता है। साथ ही कहा जाता है कि पीपल को भगवान श्रीकृष्ण ने अपना स्वरूप बताया है और शनिदेव भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त हैं। ऐसे में शनिवार के दिन पीपल की पूजा करने पर वे अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्तों के कष्ट दूर करते हैं।
मान्यताओं के अनुसार अगर आपके जीवन में शनि की खराब स्थितियों की वजह से कुछ अच्छा नहीं हो रहा है, तो आप शनिवार के दिन सातमुखी रुद्राक्ष को गंगाजल से धोकर धारण करें। कुछ ही दिनों में इसके शुभ प्रभाव मिलने लगेंगे और आपकी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
शनिवार के दिन सरसों का तेल दान करना शुभ माना जाता है। आप शनिवार के दिन सरसों के तेल को दान कर सकते हैं। वहीं दान करने से पहले इसे एक बर्तन में लें और इसमें अपना चेहरा देखें। इसके बाद दान करें। कहा जाता है कि कुछ शनिवार तक लगातार ऐसा करने से शनि से जुड़ी समस्याएं काफी हद तक दूर हो जाती हैं।