भोपाल। फेड बैंक लूट केस में क्राइम ब्रांच और पिपलानी थाने को मिली सफलता मिली है, पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी से घटना में प्रयुक्त दो अपाचे मोटर साइकिल, फर्जी आधार कार्ड बरामद किए है। बिहार से जुडे घटना के तार, मामले के सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पांच राज्यों के 20 शहरों में चार आरोपितों की तलाश की जा रही थी। इसकों अंजाम देने के लिए पुलिस की आठ टीमें लगातार आगरा, कानपुर, लखनऊ, पटना में तलाश कर रही थी। भोपाल से 1200 किमी दूर बिहार एवं पश्चिम बंगाल जेल में हुई थी लूट की प्लानिंग। मास्टर माइंड अभी भी जेल में बंद है। वे लालच देकर नये लडकों की टीम करते हैं तैयार। घटना स्थल से 50 किमी की दूरी पर रहने के की मास्टरमाइंड ने दी थी सलाह। आरोपियों ने सीहोर व विदिशा में फर्जी आधार कार्ड देकर लिया था किराये से कमरा।
चैन के बदले लोन लेने के बहाने बैंक में गए थे आरोपी
पटना जेल में बंद सनी सिंह और बंगाल जेल में बंद मास्टरमाइंड निरंतक ने रची थी लूट की साजिश। आरोपी ने बनाई थी युवाओं की चार लोगों की टीम उन्हें लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए भोपाल भेजा था, वारदात को अंजाम देने से एक महीने पहले मोबाइल बंद कर लेते थे आरोपी। भोपाल में पांच पिस्टल, नौ मैग्जिन लेकर पहुंचे थे लूट की वारदात देने गए थे आरोपित। सीहोर के हरी बाजार कमरा किराए से लेकर रह रहे थे आरोपित।वारदात से 15 दिन पहले सीहोर पहुंचे थे, सड़क पर बैंक होने के कारण वारदात को दिया था अंजाम। करीब 25 दिन के बाद रेकी करने वाला एक आरोपी राजा कुमार पकड़ाया। क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार से किया आरोपी को गिरफ्तार।
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