पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस में हत्याकांड का पर्दाफाश
युवक की पत्नी और भाई को भी बनाया आरोपी
देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
कर्ज से परेशान युवक ने अपनी ही मौत होने की योजना बनाई और अपने दोस्त को नौकरी दिलाने के नाम पर सिलवानी अपने साथ लाया और ग्राम पठा पोड़ी के खेत में दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। घटना का पर्दा फाश सिलवानी थाने में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल ने किया।
थाना सिलवानी अंतर्गत दिनांक 20 अप्रैल 23 को सूचना प्राप्त हुई थी ग्राम पठा जोड के पास देवेन्द्र रघुवंशी के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है शव के चेहरे को कुचला गया है उक्त सूचना पर सिलवानी पुलिस टीम मौ पर पहुँची देखा की मौके पर एक युवक उम्र करीब 25 वर्ष का शव जिसके चेहरे पर बड़े पत्थर से चोट पहुचा कर पहचान छुपाने का प्रयास कर एवं गले में रूमाल बांधकर हत्या करने का तथ्य मिलने पर सूचनाकर्ता ललित रघुवंशी निवासी ग्राम पठापौडी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 100/23 धारा 302, 201 भादवि का पंजीबद्ध किया गया शव पंचनाम के दौरान मृतक की पेंट की जेब में एक आधार कार्ड, एक पॉकेट डायरी जिसमें एक टेलिफोन नंबर लिखा था उक्त टेलिफोन नंबर लिखा था उक्त टेलिफोन पर बात करने पर एक महिला ने फोन उठाया एवं अपना नाम प्रियंका चढ़ार निवासी ग्राम बागरोंद थाना त्यौंदा जिला विदिशा से बात करना बताया एवं आधार कार्ड में नाम कल्लू चढ़ार पिता भगवानसिंह चढ़ार उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम भानपुर भोपाल लिखा था उक्त महिला से पुछने पर बताया की उसका पति कल्लू चढ़ार तीन-चार दिन पहले घर से नर्मदा जी बारोस घाट नहाने जाने का बोलकर गया है। जब शव के हुलिया एवं पहने कपड़े आदि पहचान बताने पर उक्त महिला द्वारा कल्लू चढ़ार का शव होना बताया परिजनो को सिलवानी बुलवाया गया, तब अस्पताल सिलवानी में उक्त अज्ञात व्यक्ति के शव को प्रियंका चढ़ार, भाई दीनदयाल चढ़ार, मां कलाबाई चढ़ार ने शव को देखकर कल्लू चढ़ार का शव होना शिनाख्त किया परन्तु इनसे बातचीत करने पर परिजनों का हाव-भाव संदिग्ध प्रतीत हुआ जिससे शव के साथ थाना प्रभारी भारत सिंह एवं उनि आरती धुर्वे की टीम ग्राम बागरोद पहुँची, तब ग्राम वासियों द्वारा उक्त शव कल्लू चढ़ार का न होना बताया ग्राम वासियों ने बताया कि कल्लू चढ़ार का हुलिया, रंग मेल नही खा रहा है एवं कल्लू चढ़ार के बांये पैर में दो छोटी अंगूलिया एक साथ चिपकी हुई है तब पुलिस को और संदेह स्पष्ट हो गया कि उक्त शव कल्लू चढ़ार का नही है अन्य किसी अज्ञात व्यक्ति का है । प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक रायसेन विकास शाहवाल निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृतलाल मीणा के मार्गदर्शन में एसडीओपी सिलवानी राजेश तिवारी के द्वारा, थाना प्रभारी भारतसिंह, उनि आरती धुर्वे के नेतृत्व में टीम गठित कर अज्ञात शव कि शिनाख्त एवं अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु लगाया गया।
दौराने अनुसंधान परिजनों से पुछताछ पर कल्लू चढ़ार को भोपाल से अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तब कल्लू चढ़ार ने बताया कि मुझ पर अलग-अलग प्राइवेट एवं शासकीय बैंको से करीबन 30 से 35 लाख का कर्जा हो गया है और कर्जदार लोग लगातार पैसे वापस करने का दबाव बना रहे थे। तब कल्लू चढ़ार ने उसकी पत्नी प्रियंका, छोटा भाई दीनदयाल चढ़ार ने भोपाल भानपुर स्थित घर पर प्लान बनाया था यदि कल्लू चढ़ार को किसी तरह मृत घोषित कर दिया जाय तो कर्जा अपने आप खत्म हो जायेंगा एवं कल्लू चढ़ार का बीमा की राशि जो लगभग 20 से 25 लाख है वह राशि कल्लू चढ़ार की पत्नी प्रियंका चढ़ार को मिल जायेंगी इस प्रकार दिनांक 13 अप्रैल 23 को यह प्लान बनाकर कल्लू चढ़ार भानपुर भोपाल स्थित अपने घर से इन्द्रपुरी होटल के सर्वेट रूम में आ गया एवं पत्नी प्रियंका और छोटा भाई दीनदयाल चढ़ार भानपुर भोपाल में अडोस-पडोस वालो को यह बोलकर कि कल्लू चढ़ार का विदिशा में रोड एक्सिडेंट हो गया है
जिसमें कल्लू चढ़ार खत्म हो गया है इसलिए गांव जा रहे है प्रियंका एवं भाई दीनदगाल ग्राम भागरोद पहुचकर ग्रामवासियों को बताया कि कल्लू चढ़ार का गोपाल में रोड़ एक्सिडेंट में खत्म हो गया है।
दिनांक 13 अप्रैल 23 को कल्लू चढ़ार के कर्जदारों ने फोन लगाया तो उसकी पत्नी प्रियंका ने बताया कि कल्लू चदार एक्सिडेंट में खत्म हो गया है पुछताछ पर कल्लू चढ़ार ने बताया कि उसे अपने आप को मृत घोषित करने के लिए एक व्यक्ति की जरूरत थी जो उसने अपने दोस्त मोहम्मद सलमान पिता साबिर खान उम्र 25 साल निवासी करोंद भोपाल को बताया कि उदयपुरा में एक अस्पताल में नौकरी खाली है मेरे साथ चलों नौकर लगवा देंगे यह बहाना बनाकर बस से भोपाल से सिलवानी लाया और सिलवानी से रात करीबन 11 बजे पैदल उदयपुरा जाने का बोलकर पठापोडी तिष्णडा तक पहुचकर बोला की थक गये हैं थोडा आराम कर लेते है। वहीं तिगडे पर कुछ देर दोनो बैठे फिर कल्लू चढ़ार बोला कि महा आदमियों का आना जाना है, कही अपने को चोर समझकर कोई घटना ना कर दे, अपन पास के खेत पर बैठकर आराम करते है खेत में जाकर दोनो बैठे सलामान गले में पहले से रूमाल बांधे था उस रूमाल को कल्लू चढ़ार ने पीछे से पकड़कर खिंच लिया जिससे मोहम्मद सलमान गले में दबाव होने से निडाल हो गया फिर कल्लू चढ़ार ने वही खेत में पड़े बड़े पत्थर को उठाकर मोहम्मद सलमान के चेहरे पर तीन-चार बार पटक कर पहचान हुपाने के लिए चेहरा कुचला दिया फिर मृतक का मोबाईल एवं पर्स कल्लू चढ़ार ने निकाल कर अपने पास रख लिया और अपना आधार कार्ड एवं पॉकेट डायरी जिसमें कल्लू चढ़ार के घर का मोबाईल नंबर लिखा था वह मोहम्मद सलमान की जेब में रख कर कल्लू चढ़ार भोपाल भाग गया था मृतक मोहम्मद सलमान निवासी करोंद भोपाल के परिजनों के द्वारा उक्त शव को पहचानकर उक्त शव मोहम्मद सलमान का होना बताया।
प्रकरण में अभि तक की विवेचना पर आरोपी कल्लू चढ़ार को दिनांक / 04/23 एवं आराधिक सड़यंत्र में पत्नी प्रियंका चढ़ार, भाई दीनदयाल चढ़ार को दिनांक 04/23 को गिरफ्तार किया गया जिन्हे माननीय न्यायालय में पेश किया जायेंगा।
अंधे हत्या काण्ड में मृतक की पहचान एवं आरोपीयों कि गिरफ्तारी करने में एसडीओपी सिलवानी राजेश तिवारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी भारतसिंह, उनि आरती धुर्वे, उनि संतोषसिंह दांगी, सउनि संतोष कुमार रघुवंशी, सउनि सुरेन्द (सायबर सेल) प्रआर) योगेन्द्रसिंह राजपूत, आर. गोविन्द, आरक्षक अजय, आरक्षक सुरेन्द्र रावत, आरक्षक मुकेश यादव, आरक्षक नवीन पाण्डेय, महिला आरक्षक नीतू चंदेल, सैनिक अजय राजपूत, लखनलाल, संतोष की सहरानीय भूमिका रही है पुलिस अधीक्षक रायसेन द्वारा टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की है।