अरे द्वारपालो तुम कन्हैया से कह दो,,,, दर पे सुदामा गरीब आ गया है,,,, भजन पर भागवत कथा पंडाल में झूम उठे लाखों श्रद्धालु।
5:00 बजे से लेकर 10:00 बजे रात तक चली बागेश्वर धाम सरकार की भागवत कथा
सी एल गौर
विदिशा में चल रही बागेश्वर धाम सरकार की श्रीमद् भगवत कथा के अंतिम दिवस गुरुवार को कथा पंडाल में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भागवत कथा को सुनने के लिए पहुंचे वही लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का समापन भी पूर्णाहुति के साथ महाराज श्री द्वारा विधिवत संपन्न कराया गया इस अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए और धर्म का लाभ उठाया इसके पश्चात शाम 5:00 बजे से लेकर रात के 10:00 बजे तक बागेश्वर धाम सरकार द्वारा राम कथा और श्रीमद् भागवत कथा के मध्य प्रसंग सुनाए गए जिन्हें सुनकर लाखों श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए ।
भागवत कथा के अंतिम दिवस सुदामा चरित्र की जो प्रस्तुति महाराज श्री द्वारा अपने श्री मुख से की गई उसकी कल्पना ही नहीं की जा सकती जब उन्होंने सुदामा चरित्र का विस्तार से वर्णन किया तो कथा पंडाल में मौजूद लाखों श्रद्धालुओं के आंखों से प्रेम के आंसू निकल पड़े महाराज श्री ने भजन भी गाया ,,,,अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,,,, दर पर सुदामा गरीब आ गया है,,,, इस भजन पर मानव कथा पंडाल में मौजूद लाखों श्रद्धालु उठकर खड़े हो गए और इस मधुर भजन की मीठी तान पर गुरुजी के साथ भजन गाते हुए झूमते हुए दिखाई दिए इस समय का मनोरम दृश्य ऐसे दिखाई दे रहा था जैसे द्वारकापुरी में भगवान द्वारकाधीश श्री कृष्ण से उनके परम मित्र सुदामा मिलने जा रहे हो। इस भजन की प्रस्तुति ने लाखों श्रद्धालुओं का मन जीत लिया इस प्रकार से महाराज श्री ने रामकथा से लेकर भागवत कथा के अति सुंदर प्रसंगों की प्रस्तुति की जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
कथा के अंतिम दिवस बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा को श्रवण करने के लिए और महाराज श्री की एक झलक पाने के लिए कथा स्थल पर रात्रि 10:00 बजे रात तक बैठ रहे कथा के पश्चात भागवत जी की महा आरती की गई इसके पश्चात कथा का समापन किया गया। भागवत कथा में विदिशा सहित आसपास के जिले और दूरदराज क्षेत्रों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भागवत कथा सुनने के लिए पहुंचे थे सात दिवस तक चली भागवत कथा में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु भागवत रूपी ज्ञान गंगा में गोते लगाते रहे और धर्म का लाभ उठाया। महाराज श्री ने भागवत कथा के विशाल आयोजन में आयोजकों सहित सभी सहयोग करने वाले भक्तों को धन्यवाद देते हुए आशीर्वाद दिया वही कथा पंडाल में मौजूद लाखों श्रद्धालुओं के लिए भी उन्होंने आशीर्वाद दिया।