यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को बिहार बंद का ऐलान किया गया है। इस बंद का असर सुबह से कई जिलों से सामने आ रहा है। मनीष कश्यप (Manish Kashyap) की गिरफ्तारी के विरोध में शेखपुरा में लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 82 को जाम कर दिया और टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
मनीष कश्यप के समर्थक और राष्ट्रीय जन जन पार्टी ने गुरुवार को बंद का अह्वान किया है। शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड अंतर्गत श्री कृष्ण चौक पर राष्ट्रीय जन जन पार्टी से जुड़े नेताओं ने बिहार बंद के समर्थन में प्रदर्शन किया।
कार्यकर्ताओं व यूट्यबर के समर्थकों ने टायर जलाकर आगजनी की और गाड़ियों के आवागमन को बंद कर दिया। प्रदर्शन के कारण बिहारशरीफ से मोकामा जाने वाली सड़कों पर जाम लग गया।
मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की जांच की मांग
राष्ट्रीय जन जन पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल सिंह ने राज्य सरकार पर मनीष कश्यप पर दुर्भावना से ग्रसित होकर गिरफ्तार करने का आरोप लगाया। उन्होंने बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की।
लखीसराय के बड़हिया में बंद का असर नहीं
लखीसराय के बड़हिया में बाजार बंद का असर नहीं दिख रहा है। दुकाने खुले हैं। राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश सचिव अमित कुमार के नेतृत्व में दर्जन भर कार्यकर्ता बड़हिया बाजार को बंद कराने निकले लेकिन बाजार बंद का कोई असर नहीं दिखा।
इधर, पटना के आसपास के क्षेत्रों में भी बंद को लेकर मनीष के समर्थक सड़क पर उतरे। लोगों ने गुरुवार की सुबह बख्तियारपुर-रजौली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-20 पर अकबरपुर के समीप नोनाय गांव के पास जाम लगा दिया। इसके साथ ही, पटना के कारगिर चौक पर भी लोग सड़क पर उतर गए। यहां पुलिस और लोगों में झड़प हो गई।
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा बिहार बंद
इधर, ट्विटर पर बिहार बंद ट्रेंड कर रहा है। मनीष कश्यप के समर्थक टि्वटर पर मनीष के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं। समर्थकों का कहना है कि मनीष कश्यप को गलत फंसाया जा रहा है। ट्विटर पर ट्वीट कर उसके समर्थक मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग कर रहे हैं।
वहीं, मनीष कश्यप रिमांड के पहले दिन ईओयू के सामने गिड़गिड़ाता रहा। पूछताछ के दौरान वो माफी मांगता रहा। डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जब उससे पूछताछ की जा रही है, तो वह कई चीजें स्वीकार नहीं कर रहा है।
ईओयू ने मनीष से पूछा कि वह वारंट निकलने के दौरान क्यों भागा और इस दौरान कहां रहा। इस पर मनीष ने बताया कि वह गुरुग्राम और दिल्ली गया था। उसे लगा था कि कुछ दिनों में मामला शांत हो जाएगा मगर कुर्की की कार्रवाई होता देख वह थाने में सरेंडर कर दिया। ईओयू ने मनीष के सहयोगी नागेश कश्यप को भी गिरफ्तार किया है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.