15 से 28 फरवरी तक चलेगा सघन पोषण पखवाड़ा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पीले चावल देकर हितग्राहियों को दिया निमंत्रण
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत रायसेन जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 15 फरवरी से 28 फरवरी तक सघन पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में सांची परियोजना के दीवानगंज अंतर्गत आने वाले सेक्टर की मुस्काबाद इंदिरा आवास आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता सफीना बी एवं सहायिका ज्योति विश्वकर्मा द्वारा घर घर जाकर हितग्राहियों को पीले चावल देकर सघन पोषण पगवाड़ा कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया गया। एवं ग्रामीणों को जागरूक किया गया। बता दें कि कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे के निर्देशन में महिला एवं बाल विकास द्वारा सघन पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान 6 वर्ष तक के सभी बच्चों के पोषण की जांच के लिए अभियान चलाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं लोगों के घर-घर जाएगी। सघन पोषण पखवाड़ा के विषय में जानकारी देते हुए सांची परियोजना अधिकारी योगेंद्र राज ने बताया कि बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करने और स्वस्थ रहने, परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने एवं वर्तमान में पोषण के स्तर की जानकारी प्राप्त की जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को किसी भी कारण से होने वाले कुपोषण से बचाना है। यदि अभियान के दौरान कोई बच्चा कुपोषित पाया जाता है तो उसे उचित खानपान और सुपोषण युक्त सामग्री देकर स्वस्थ किया जाएगा।सघन पोषण पखवाड़ा का प्रारंभ 15 फरवरी से किया जाएगा। प्रथम सप्ताह 15 से 22 फरवरी तक सुबह 9 बजे से 5 बजे के मध्य आंगनवाड़ी केंद्र पर ही बच्चों का शारीरिक माप किया जाएगा। 23 फरवरी के बाद के शेष दिवसों में दोपहर 1 बजे के बाद क्षेत्र में सर्वे के दौरान यदि कोई बच्चा छूट गया है तो उसके घर दस्तक देकर शारीरिक माप लिया जाएगा। इस सर्वे की सबसे बड़ी बात यह है कि घर-घर जाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा दस्तक दी जाएगी। और शत प्रतिशत इस बात को सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी बच्चा इस अभियान से छूटने न पाए। प्रत्येक दिवस के दौरान किए गए शारीरिक माप के आंकड़ों की समीक्षा पर्यवेक्षक द्वारा उसी दिन की जाएगी। सेक्टर पर्यवेक्षक प्रत्येक दिवस और प्रत्येक ग्राम एवं शहरी वार्ड का निगरानी भ्रमण रूट चार्ट तैयार कर उसका पालन सुनिश्चित करेगी। अधिक जनसंख्या एवं दूरस्थ क्षेत्र वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा भ्रमण करना अनिवार्य होगा।