पंजाब के लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों (एमएसएमई) में ‘आधी आबादी’ का जलवा है। उत्तरी क्षेत्र में पंजाब में सबसे ज्यादा औद्योगिक इकाइयां महिलाएं चला रही हैं। उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर सूबे में ऐसी महिला उद्यमियों की संख्या 87 हजार पार कर गई है। वहीं, हरियाणा इस मामले में 70 हजार के आंकड़े के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में 13,551 महिलाएं एमएसएमई का संचालन कर रही हैं।उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर एक जुलाई, 2020 से पंजाब में महिलाओं के स्वामित्व वाले पंजीकृत एमएसएमई की संख्या सबसे अधिक 87,039 है। इसके बाद पड़ोसी राज्य हरियाणा में इस अवधि के दौरान महिलाओं के संचालन वाले 69,961 एमएसएमई पंजीकृत हुए हैं।
वहीं, हिमाचल प्रदेश में 13,551 महिलाएं लघु औद्योगिक इकाइयां चला रही हैं।मौजूदा दौर में उद्यम पोर्टल पर शीर्ष 10 एमएसएमई क्षेत्रों में पंजाब में कुल 3,57,703 लाख पंजीकरण हैं, जिनमें महिलाओं के नेतृत्व वाले एमएसएमई की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत है। वहीं, चंडीगढ़ में इस अवधि में 3,885 एमएसएमई पंजीकृत हुए हैं। हालांकि, पंजाब में इस दौरान महिलाओं के नेतृत्व वाले 38 एमएसएमई को बंद किया गया है, जबकि 17 एमएसएमई को हिमाचल प्रदेश और एक चंडीगढ़ में बंद करना पड़ा।
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