भारतीय भाषाओं में पत्रकारिता का भविष्य उज्ज्वल था व रहेगा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में हम लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं। पहले की तुलना में अब 8 गुना एक्सपोर्ट होने लगा है। आने वाले समय में यह बढ़कर 14 से 15 गुना हो जाएगा। रक्षा के साथ ही रक्षा उपकरण खाद्यान्न व परमाणु शक्ति बनने का जो सपना पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था वो साकार हो रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय भाषाओं में पत्रकारिता का भविष्य उज्ज्वल था और रहेगा। इसका महत्व बढ़ने वाला है। देश औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकलने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। भारत की बात भारतीय भाषाओं में हो रही है। प्रधानमंत्री इसे लेकर खुद और अन्य मंत्री वैश्विक मंच पर भारत की बात भारतीय भाषाओं में रख रहे हैं।