राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने कहा है कि सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स (एसआईईएल) ने 1728.47 करोड़ की सीमा शुल्क की चोरी की है। उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया है कि क्यों न कंपनी से ब्याज सहित यह रकम वसूली जाए। साथ ही कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन के खिलाफ जुर्माना क्यों न लगाया जाए।डीआरआई ने एसआईईएल के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसी आधार पर नवी मुंबई के पास न्हावा सेवा सीमा शुल्क ने नोटिस जारी किया था।
गुड़गांव स्थित एसआईईएल और समन किए गए व्यक्तियों को इस मामले में जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया है। डीआरआई ने प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) और एक सहयोगी निदेशक को भी नोटिस जारी किया। इनसे जांच के दौरान पूछताछ की गई थी।पीडब्ल्यूसी को एसआईईएल ने नेटवर्क उपकरण के वर्गीकरण के लिए नियुक्त किया था, जो जांच के दायरे में है। डीआरआई ने नोटिस में पूछा कि आयातित माल का कुल मूल्य 6,72,821 करोड़ है। उसको बिल ऑफ एंट्री के तहत आयात किया जाना चाहिए, जो कि नहीं किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मामला सैमसंग इंडिया द्वारा रिमोट रेडियो हेड (आरआरएच) से संबंधित गलत घोषणा से जुड़ा है, जो एक नेटवर्किंग डिवाइस है।
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