प्रशासन व पुलिस की सख्ती के बाद भड़के छात्र छात्राएं
छः घंटे से चक्काजाम जारी रहा कलेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े
देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
गैरतगंज नगर के सरकारी कालेज में पीजी की कक्षाएं शुरू कराने की मांग को लेकर अभाविप द्वारा किए जा रहे आंदोलन ने सोमवार को उग्र रूप धारण कर लिया। मांग को लेकर अभाविप के छात्र छात्राओं द्वारा रैली निकालने के बाद किए गए चक्काजाम में प्रशासन व पुलिस की सख्ती के बाद छात्र छात्राएं भड़क गए। छः घंटे से अनवरत चक्काजाम जारी है तथा छात्र छात्राएं कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हैं।
गैरतगंज के सरकारी कालेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में छात्र छात्राएं लगभग एक महिने से पीजी कक्षाएं शुरू कराने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। बीते कुछ समय से प्रशासन की बेरुखी से छात्र छात्राएं आक्रोशित हैं। सोमवार को आंदोलन की कड़ी के रूप में अभाविप के संयोजक अंकित पटेल के नेतृत्व में दर्जनों छात्र छात्राओं ने नगर में प्रशासन की शवयात्रा रैली की शक्ल में निकालकर उसका दहन किया तथा सड़क मार्ग पर चक्काजाम के लिए बैठ गए। चक्काजाम होते देख प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए तथा आंदोलनकारियों को समझाइश देने लगे किन्तु बात नहीं बनी। बाद में पुलिस ने सख्ती करते हुए छात्र छात्राओं को खदेड़ना शुरू कर दिया जिससे आंदोलनकारी आक्रोशित हो गए तथा उग्र रूप धारण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री, तहसीलदार सहित अन्य लोगों के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। बाद में सैकड़ों की संख्या में एकत्र छात्र छात्राएं सड़क मार्ग पर डट गए।
मौके पर मौजूद एसडीएम संघमित्रा बौद्ध, एसडीओपी सुनील वरकड़े सहित प्रशासन व पुलिस के तमाम अधिकारी प्रदर्शनकारियों के आगे बेबस दिखाई दिए। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अभाविप के संयोजक अंकित पटेल ने कहा कि हमारी मांग है कि पीजी कक्षाओं की तत्काल स्वीकृति हो साथ ही प्रदर्शन के दौरान अभद्रता करने वाले दोषी प्रशासन व पुलिस के अधिकारी कर्मचारी निलंबित हों, तहसीलदार को हटाया जावे। उग्र हुए छात्र छात्राओं ने सड़क पर ढोलक लेकर भजन कीर्तन शुरू कर दिया है। वहीं चक्काजाम के कारण सड़क मार्ग के दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में छोटे बड़े वाहन खड़े हुए हैं। खबर लिखे जाने तक चक्काजाम जारी है।
पुलिस की झड़प में छात्र घायल
अभाविप द्वारा किये जा रहे चक्काजाम के बीच जब प्रदर्शनकारियों ओर प्रशासन के बीच बात नही बनी तो पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाई। तथा इस सख्ती में एक छात्र ओर एक छात्रा घायल हो गई। गंभीर हालात में छात्रा को गैरतगंज अस्पातल इलाज हेतु ले जाया गया।
इन मांगों पर अड़े है छात्र
अभाविप द्वारा किये जा रहे इस प्रदर्शन की प्रमुख मांगे पीजी पाठ्यक्रम चालू करने के साथ अभद्रता करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग प्रमुख है। यही नही प्रदर्शन के समय पुलिसकर्मियों द्वारा छात्र छात्राओं के साथ की गई अभद्रता के खिलाफ भी त्वरित कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगों एवं उन्हें संतुष्ट करने में स्थानीय प्रशासन के नाकाम होने के बावजूद 6 घंटे के बाद भी जिला प्रशासन मौके पर नही पहुंचा। और हालात लगातार बिगड़ते गए।
प्रदर्शन से दोनों तरफ घंटो लगा रहा जाम, यात्री रहे परेशान
अभाविप द्वारा किये गए भोपाल सागर मुख्य सड़क मार्ग पर चक्काजाम के बाद सड़क के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। जाम में इस सड़क पर चलने वाली यात्री बसें, निजी वाहन, मालवाहक वाहन समेत बड़ी संख्या में वाहनो के पहिया जाम हो गए वही यात्रा करने वाले यात्री कई घण्टो से परेशान देखे गए। यात्रियों की परेशानियों के बावजूद न तो प्रशासन कोई ठोस कदम उठा पाया और न ही छात्र प्रदर्शन खत्म करने के लिए माने।
प्रशासन बना मूकदर्शक
मुख्य सड़क मार्ग पर लगे चक्काजाम में प्रशासनिक अधिकारियों की नाकामी साफ तौर पर देखी गई। सबसे पहले तो छात्र नेताओं से प्रशासन मध्यस्थता करने में नाकाम रहा। वही पुलिस प्रशासन की आवश्यक सख्ती ने प्रदर्शन की आग में तेल डालने का काम किया। पहले तो प्रशासन जे छात्रों को समझाइश दी पर थोड़ी देर बाद सख्ती दिखाने लगे। बाद में प्रदर्शन बढ़ता देख तथा अभविप के उग्र होने के चलते प्रशासन मूकदर्शक बनकर रह गया। और लगातार 6 घंटो तक जाम की स्थिति बनी रही।