करोड़ों रुपए की राशि के 15 चारागाह हुए हैं स्वीकृत, बावजूद इसके रोड पर ही बैठे हैं मवेशी, हो रहे हादसे
-रोजाना सलामतपुर, बेरखेड़ी चौराहा, और कुल्हाडिया़ पर बड़ी संख्या में सड़कों पर बैठ रहे मवेशी, जाम और दुर्घटना का बन रहे कारण
-ग्राम पंचायतों में बनी गोशाला में भी इन मवेशियों को नहीं रखा जा रहा है, जिससे बन रही ऐसी स्थिति
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे के सलामतपुर, बेरखेड़ी चौराहा, कुल्हाड़ियां, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा सहित अन्य रोडों पर शाम होते ही दर्जनों आवारा मवेशियों के जगह-जगह जमघट लग जाते हैं, जिससे आए दिन रोड पर हादसे हो रहे हैं और बार-बार रोड पर जाम की स्तिथि भी बन जाती है। सरकार के नुमाईंदे और प्रशासनिक अफसरों का इस और ध्यान नही दे रहा है। जबकि भाजपा सरकार ने कहा गया था कि गांव-गांव में गोशालाओं का निर्माण किया जाएगा। और मवेशियों को रोड पर नहीं छोड़ा जाएगा। जिसकी शुरुआत भी हुई कुछ पंचायतों में गोशालाएं बनी, लेकिन दो साल बाद भी स्तिथि वहीं की वहीं है। कुछ पंचायतों में गौशाला निर्माण पूरे हो गए हैं। और कुछ पंचायतों में अधूरे पड़े हुए हैं। जिन पंचायत क्षेत्रों में गौशाला निर्माण पूरे हो चुके हैं वहां भी इन रोड पर बैठे मवेशियों को नही रखा जा रहा है। इसी वजह से प्रतिदिन हादसे बढ़ते ही जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों को आस थी कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो गायों को गोशाला में भेजा जाएगा। लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद भी स्तिथि वहीं की वहीं है।
मनरेगा से स्वीकृत राशि से होना है निर्माण–
महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत जिले की 7 जनपद पंचायतों में 1 करोड़ 18 लाख रूपए के 15 चारागाह विकास के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्राप्त 15 गौशाला निर्माण कराये जाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसके विरूद्ध सभी गौशालाओं के निर्माण कार्य प्रांरभ कराये गये थे। जनपद पंचायत सांची की ग्राम पंचायत गुलगांव, सुनारी सलामतपुर, कचनारिया, जनपद पंचायत बेगमगंज की ग्राम पंचायत माला, मरखेडा गुलाब, जनपद पंचायत गैरतगंज की ग्राम पंचायत गढी, जनपद पंचायत सिलवानी की ग्राम पंचायत उचेरा जमुनिया, सियरमउ जनपद पंचायत बाड़ी की ग्राम पंचायत भारकच्छ, चैनपुर, जनपद पंचायत उदयपुरा की ग्राम पंचायत चीखली, तिखावन, पचामा तथा जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज की ग्राम पंचायत चिकलोदकलां, दिवटिया, थाना में गौशाला कार्य स्वीकृत किये गये थे। इन्हीं ग्राम पंचायतों में निराश्रित गौवंश हेतु 15 चारागाह विकास के कार्य हेतु 1 करोड़ 18 लाख रुपये के स्वीकृत किये गये थे। उक्त कार्यां को शासन से आंवटित स्थानों पर मनरेगा से प्रारंभ भी कर दिया गया था। और कहा गया था कि इन कार्यां से निराश्रित गौवंश को चारे की व्यवस्था भी हो सकेगी। लेकिन इतना समय निकलने के बाद भी मवेशियों रोड बैठे हादसों को न्योता दे रहे हैं और इनको अभी तक गौशाला भेजने की भी व्यवस्था नही की गई है।
इनका कहना है-
भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर मवेशियों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। सलामतपुर सहित आसपास क्षेत्रों में पुलिस द्वारा माइक से एनाउंसमेंट कराकर ग्रामीणों भी बोल दिया है कि जिस किसी के भी ये मवेशी हैं इनको अपने घर मे ही रखें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। सूचना के बाद भी ये मवेशी रोड से नही हटाए गए हैं।
-कैलाश गोस्वामी, समाजसेवी सलामतपुर