यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
विगत दो माह से अतिबर्षा के कहर से वारना ,घोघरा,तेंदूनी एवं नर्मदा नदी के उफान से नगर एवं ग्रामोमे बाढ़ के हालात इतने वेकावू हो गये कि आम जन एवं खेतो मे लहलहाती फसले बर्बादी की कगार पर आ गयीचहुं ओर हाहाकार कार की स्थिति निर्मित हो गयी।
नगरप्रशासन हुआ एलर्ट
नगर बरेली एवं ग्रामीण क्षेत्रो मे बाढ़ का पानी घरो एवं खेतो मे भर जाने से लोगो के मकान एवं खाद्ध सामग्री क्षतिग्रस्त हो गये।
खेतो मे फसले अधिक समय तक डूवे रहने से नष्ट हो गयी। किसानो एवं बाढ़ पीड़ित लोगो के नुकसान का निरीक्षण करने प्रशासनिक अमलो तहसीलदार सुश्री निकिता तिवारी, स्वास्थ्य विभाग से डाक्टर अनवार अली,डा.माजिदा वानो,पी एच ई विभाग के उपयंत्री विनोद शर्मा,हल्का पटवारी दिनेश जाट,प्रियेश साहू,ने सधन दौरा कर ग्राम अकोला, लांझी, ढीमरढाना, दिमाड़ा, मोतलसिर,किवली सेमरीघाट आदि ग्रामो मे दौरा कर ग्राम पंचायतो मे किसानो एवं पीड़ित लोगो से संपर्क किया।
तहसीलदार निकिता तिवारी ने लोगो के घरो एवं किसानो के खेतो मे जाकर क्षतिग्रस्त फसलो का निरीक्षण किया ओर साथ ही आंगनवाड़ी,राशन की दूकान,सड़क विजली पानी की समस्याओ को भी गंभीरता से लेते हुये आश्वाशन दिया कि पटवारी व्दारा सर्वे कराया जायेगा। ग्राम मे बाढ़ से फैल रही सर्दी,खांसी,जुकाम आदि साधारण रोगो की दवाओ का वितरण स्वास्थ्य परीक्षण कर किया गया।वही पी एच ई विभाग के व्दारा हेंडपंपो के पानी की जांच कर दवा डाली गयी ।