सेना के जवानों के लिए ढाबे पर हर चीज है मुफ़्त..
विजयसिंह राठौड़
रायसेन। यू तो देश भर में आपने देश भक्ति के कई उदाहरण देखे सुने होंगे लेकिन मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बाड़ी कस्बे के नेशनल हाईवे 145 पर स्थित एक ढाबा अनूठी देश भक्ति के लिए सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
जिसका नाम है: बब्बा जी का ढाबा..जहां पर अक्सर भारतीय सेना के जवान भोपाल राजधानी से जबलपुर जाते समय रुकते हैं। इस ढाबे पर इन फौजियों को मुफ्त में भोजन पानी लस्सी कोल्डड्रिंक उपलब्ध कराया जाता है।
दअरसल बाड़ी के पूर्व नगर पंचायत के सीएमओ रहे फूल सिंह चौहान उर्फ बब्बा जी के रिटायर्डमेन्ट के बाद बैठक के लिए उनके बेटों ने पिता के नाम पर यह ढाबा शुरू किया. बब्बा जी के बेटे अरविंद चौहान का कहना है कि बचपन से ही उनकी इच्छा सेना में जाने की थी. देश की सेवा करने का उनका सपना था. उन्होंने कई बार प्रयास किया लेकिन वे आर्मी में सिलेक्ट नहीं हो पाए. फिर अपने देशभक्ति का सपना पूरा करने के लिए पिता जी याने बब्बा जी ने अपने ढाबे पर इस पुनीत कार्य को कर देश भक्ति का अनूठा तरीका बताया। ढाबा नेशनल हाईवे पर होने की वजह से अक्सर फौज के वाहन यहां आया करते. फिर उन्होंने देश के जवानों को मुफ्त में भोजन कराना शुरू किया. इन पिता-पुत्र के इस देश प्रेम ओर सेना का सम्मान देखकर जवान भी उन्हें काफी पसंद करते हैं।
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले का यह एक ढाबा इन दिनों काफी चर्चा में है. बाड़ी कस्बे के हाईवे पर स्थित बब्बा जी के ढाबे में अक्सर आर्मी की गाड़ियां और सेना के ट्रक नजर आते हैं. इस ढाबे की खासियत यह है कि यहां फौजियों के लिए खाना पीना बिल्कुल मुफ्त है. इतना ही नहीं इस ढाबे को खोलने के पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प है. दरअसल, इस ढाबे के ओनर सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते थे, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका. फिर उन्होंने अपने पिता के नाम से यह ढाबा शुरू कर दिया. अब फौजियों को फ्री में भोजन कराकर एक तरीके से अपना सपना पूरा कर देश भक्ति रहे हैं। बब्बा जी ढाबा संचालक फूल सिंह चौहान ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद खोले गए इस ढाबे से जो भी इनकम होंगी उससे वह फौजी भाईयो को निशुल्क भोजन कराएंगे।अब जो भी फौजी भाई ढाबा पर आते हैं उनको हम फ्री में भोजन कराते हैं. ढाबे पर मौजूद सभी सामग्री उनके लिए निशुल्क रहती है।
– ढाबा संचालक फूल सिंह जी उर्फ बब्बा जी मानते हैं कि फौजी देश की सेवा करते हैं. उनका यह कर्ज हम कभी चुका नहीं सकते। हम आज सुरक्षित हैं क्योंकि वे दुश्मनों से हमारी सुरक्षा करते हैं। जो प्रत्यक्ष रूप से देश की सेवा ना कर पाए वह अप्रत्यक्ष रूप से फौजियों को सम्मान कर सेवा कर ही सकते हैं। इसी बात पर विचार करते हुए अपने ढाबे पर उनकी कुछ सेवा करने का मौका मिल जाता हैं। जबलपुर हाईवे से कई आर्मी की गाड़ियां गुजरती है. ढाबे में अक्सर फौज के जवान रुकते है और भोजन करते हैं. इस ढाबे में भोपाल से जबलपुर, पचमढ़ी और जबलपुर से भोपाल की ओर जाने वाले सैनिक भाइयों को खाना खिलाया जाता है. वहीं सेना के जवान भी इस देश सेवा से प्रसन्न होकर ढाबा संचालक की तारीफ करने से पीछे नहीं हटते।