श्री राम नाम संकीर्तन और भजनों की मीठी तान सुन झूम उठे श्रद्धालु
सी एल गौर रायसेन
नगर के सुप्रसिद्ध कुमकुम भाग वाले श्री हनुमान जी के दरबार में सीता राम महायज्ञ एवं भागवत कथा 8 अप्रैल से प्रारंभ हुई थी जिसका समापन 14 अप्रैल सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी मौजूदगी में समापन किया गया। आखिरी दिवस राम कथा का रसपान करने के लिए भक्तों की इतनी ज्यादा भीड़ कथा स्थल पर पहुंची थी कि कथा पंडाल भी छोटा पड़ गया। सीताराम महा यज्ञ में यज्ञ आचार्य पंडित संतोष शास्त्री जी महाराज द्वारा यज्ञ का विधिवत समापन कराया गया ।
वहीं दूसरी तरफ श्री राम कथा वाचक पंडित रामकृष्ण जी महाराज द्वारा राम कथा का समापन महा आरती के साथ किया गया, इस अवसर पर श्री रामायण जी की महा आरती का आयोजन किया गया । राम कथा के आखिरी दिवस कथा वाचक रामकृष्ण महाराज ने श्री रामचरितमानस पर आधार पर रामायण जी के प्रमुख प्रसंगो की लीला का सुंदर वर्णन किया, कथा के बीच में जब महाराज ने संगीत की मीठी धुन पर राम नाम संकीर्तन के साथ भजन सुनाय तो पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भी खुशी से झूम उठे और जय जय सियाराम, जय श्री सीताराम के जयकारे से कथा स्थल गूंज उठा।
श्री सीता राम महायज्ञ एवं श्री राम कथा के समापन के बाद शाम के समय प्रसादी वितरण के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी तादात में सनातन धर्म प्रेमियों ने भाग लेते हुए श्री राम यज्ञ की परिक्रमा कर श्री राम कथा को सुनकर महाप्रसाद ग्रहण करते हुए धर्म का लाभ उठाया। श्री हनुमान मंदिर समिति की ओर से यह पुनीत आयोजन का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महायज्ञ एवं भागवत कथा का लाभ उठाने के लिए पहुंचे।