भिक्षावृत्ति पर रोक, भरण पोषण की जमीन पर दबंगो ने किया कब्ज़ा
सैयद मसूद अली पटेल गैरतगंज रायसेन
जिले की गैरतगंज तहसील की एक बुजुर्ग महिला बीते कई वर्षों से भिक्षावृत्ति कर जीवन यापन करती है परंतु भिक्षावृत्ति में रोक लग जाने एवं भरण पोषण की जमीन पर दबंगों के कब्जे में होने से उसे अब खाने के लाले पड़ गए है।
क्षेत्र के ग्राम आलमपुर निवासी बुजुर्ग महिला शांति बाई अहिरवार पति स्वर्गीय हरजू अहिरवार 65 वर्ष के इन दिनों बुरे हाल है। अति निर्धनता की श्रेणी में जीवन यापन करती आई उक्त महिला बीते कई वर्षों से गैरतगंज सहित अन्य क्षेत्रों में भिक्षावृत्ति कर अपना जीवन यापन करती थी परंतु भिक्षावृत्ति में रोक के बाद महिला का जीवन यापन का साधन खत्म हो गया वही उसके स्वयं के नाम पर लगभग एक एकड़ जमीन जो कि तहसील क्षेत्र के ग्राम चिरोंजिया में है पर ग्राम के दबंगों ने कब्जा कर रखा है। महिला ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उसकी निज़ी भूमि पर कब्ज़ा हटाने कई बार राजस्व विभाग पहुंची पर सुनवाई नही हुई। उसके द्वारा अब कलेक्टर को एक लिखित आवेदन दिया है जिसमे कब्जाधारियों के नाम सहित ज़मीन के रिकार्ड का ब्यौरा दिया है तथा उसने न्याय दिलाने की मांग की है।महिला निवासी आलमपुर कृषि चिरौंजिया है।यह भीख मांग कर अपना भरण-पोषण कर रहीं हैं।इनकी भूमि पर खिलान गौंड, मलखान गौंड, श्याम भोई का क़ब्ज़ा है।कई बार आवेदन दे चुके हैं लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला।