-किसी ने किया विरोध तो किसी ने किया समर्थन
सुरेन्द्र जैन धरसीवा
क्षेत्र के सबसे बड़े जायसवाल निको स्टील प्लांट के विस्तारीकरण के लिए पर्यावरण विभाग की ओर से आयोजित जनसुनवाई हंगामेदार रही कोई प्रदूषण को लेकर विरोध किया तो कोई विस्तार से रोजगार के अवसर बढ़ने का हवाला देकर समर्थन किया पक्ष विपक्ष में लोगों ने अपने अपने मन की बात कही।
धनेली ओर सांकरा के बीच कंपनी के समीप मैदान में जनसुनवाई शुरू हुई गिरोद के पूर्व सरपंच नायक सांकरा सरपंच प्रतिनिधि व पंच प्रमोद शर्मा सिलतरा के पूर्व सरपंच धनेश यादव ने अपना अपना पक्ष रखते हुए जनसुनवाई में विस्तारीकरण का समर्थन किया तो वहीं जनपद सदस्य राजेश वर्मा दीनू अग्रवाल एवं आसपास के अनेक ग्रामीणो ने बढ़ते पदूषण सीएसआर से गांव में विकास न कराने एवं जो ग्रामीण फेक्ट्री में काम करते है उनकी समस्याओं को लेकर नाराजगी जताते हुए विस्तारीकरण का विरोध किया।
प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुच चुका है
दीनू अग्रवाल ने जनसुनवाई में उधोग के विस्तारीकरण पर असहमति जताते हुए कहा कि बर्तमान में प्रदूषण इतने खतरनाक स्तर पर है कि विस्तारीकरण नहीं होना चाहिए बल्कि प्रदूषण पर नियंत्रण होना चाहिए प्रदूषण की भयाभयता के उनके पास प्रमाण है उन्होंने अद्धिकारियो पर फेक्ट्री प्रबंधन से मिलीभगत का जनसुनवाई की औपचारिकता निभाने का आरोप भी लगाया
न सीएसआर से विकास न स्थानीय को मिल रहा रोजगार
जनसुनवाई में विस्तारीकरण पर विरोध दर्ज कराने वाले जनपद सदस्य राजेश वर्मा ने कहा कि मैं जायसवाल निको स्टील प्लांट के विस्तारीकरण का पूरजोर विरोध करता हैं क्योकि फेक्ट्री की ढाई दशक पहले जब स्थापना हुई थी तब जो भी वायदे किये थे वह आज तक पूरे नहीं किये न ही सीएसआई फंड से कभी किसी गांव का विकास कराया इसके अलावा पन्द्रह बीस सालों से जो लोग फेक्ट्री में काम कर रहे उनका अब तक नियमितीकरण नहीं किया गया ट्रांसपोर्टिंग का काम भी स्थानियो की जगह बाहर वालों को दिया जाता है स्थानियो की उपेक्षा की जाती है।
विरोधियों का विरोध, विस्तारीकरण से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
दूसरी ओर सांकरा ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि एवं पंच प्रमोद शर्मा ने जनसुनवाई में विस्तारीकरण का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जनसुनवाई में जो प्रदूषण की बात कर रहे वह जब खुद पन्द्रह साल तक कंपनी में काम लेते रहे तब उन्हें प्रदूषण क्यों नहीं दिखा लेकिन अब जब कंपनी में काम नहीं मिल रहा तो विरोध कर रहे हैं
प्रमोद शर्मा ने कहा कि फेक्ट्री के विस्तार से सैंकड़ो लोगो को ओर रोजगार मिलेंगे बेरोजगार ग्रामीण रोजगार से लगेंगे गांवो में भी सीएसआर से विकास होगा पूर्व में भी निको प्रबंधन गांवो के विकास में सहयोग करता रहा है।
क्या मैं कलेक्टर बनूंगा तब नोकरी मिलेगी
जनसुनवाई बड़े ही शांतिपूर्ण माहौल में भारी सुरक्षा के बीच शुरू हुई थी लेकिन जैंसे जैंसे लोग अपना पक्ष रखते गए बेंसे बेंसे बेंसे ही बीच बीच मे कभी विरोध में नारेबाजी तो कभी समर्थन में तालिया बजती रहीं
इसी दौरान एक ग्रामीण अपनी पीड़ा सुनाते हुए बोला कि 15 साल से मुझे घुमा रहे है कहते हैं तुम कम पढ़े लिखे हो क्या मैं पढ़ लिखकर कलेक्टर बन जाऊंगा तब कँपनी मुझे काम देगी।
नारेबाजी ओर हंगामा
जनसुनवाई के दौरान “निको के दलालों को जूते मारो सालों को” इस तरह की नारेबाजी भी हुई
एक एक कर जिन्हें अपना पक्ष रखना है वह अपना पक्ष रख रहे थे लेकिन जैंसे जैंसे समय बढ़ता जा रहा था बिरगांब रावाभाटा की ओर से भी ग्रामीण व जनप्रतिनिधि पहुच रहे थे ग्रामीणो जनप्रतिनिधियों के पक्ष सुनने के बाद कंपनी प्रबंधन ने उन पर जबाब भी दिया ओर अचानक हंगामा जब तेज होने लगा तो जनसुनवाई को खत्म करने की घोषणा करते हुए पर्यावरण विभाग सहित सभी अधिकारी चले गए।
सौपा ज्ञापन
जनसुनवाई के बाद कुछ भाजपाइयो व ग्रामीणो ने रायपुर पहुचकर कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई निरस्त करने की मांग का ज्ञापन सौपकर जायसवाल निको स्टील प्लांट के विस्तारीकरण की सुनवाई निरस्त करने की मांग की है।