-राहगीरों को अब मिलेगी कुछ हद तक से राहत
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
भोपाल विदिशा हाईवे 146 पर इन दिनों सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिख रहे थे। भोपाल से लेकर सलामतपुर चौराहे तक लगभग 40 किलोमीटर हाईवे की सड़क पर जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे। यहां गड्ढे छोटे नहीं बल्कि काफी चौड़े और गहरे थे। जिसमें बस हो या ट्रक के दोनों पाइए धस जाते थे। जिससे आए दिन इस रोड पर दुर्घटना होने लगी थी। दुर्घटनाओं में कई लोग घायल तो कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। भोपाल से विदिशा होते हुए सागर तक पहुंचने के लिए वाहन चालक इसी रोड का ज्यादा उपयोग किया करते हैं। बड़े बड़े गड्ढों ने आमजन की रहा मुश्किल कर दी थी। बार-बार खबर प्रकाशित होने के बाद एमपी आरडीसी के कर्मचारीयों ने इस रोड की सुध ली है। 5 दिन से लगातार भोपाल विदिशा हाईवे पर कर्मचारियों द्वारा पेज वर्ग भरे जा रहे हैं। जो पेज वर्ग भरे जा रहे हैं। वह काफी दूरी दूरी से भरे जा रहे है।
भोपाल विदिशा हाईवे पर पेचवर्ग के नाम पर लीपापोती हो रही है जिस कंपनी को ठेका दिया गया है वह कंपनी रोड पर सही तरीके से गड्ढे नहीं भर रही है एक गड्ढा भर देती है तो 4 गड्ढे छोड़ देती है। जो पेज वर्ग किया जा रहा है उसे पेज वर्ग से 48 घंटे बाद ही गिट्टिया निकालना प्रारंभ हो जाती है।
जिससे चारों तरफ गिट्टी फैली नजर आ रही है यहां गिट्टी उचट कर छोटे वाहन के ड्राइवर को लग रही है जिससे कई लोगों को घायल होने की आशंका बनी रहती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हाईवे 18 का पेचवर्क भरने वाली कंपनी ने लीपापोती की है जबकि इसी हाईवे से रोजाना मंत्रियों का आना जाना लगा रहता है इसके बावजूद भी इस रोड का पेचवर्ग सही ढंग से नहीं भरा जा रहा है।
हाईवे किनारे रहने वाले गांव के ग्रामीणों का कहना है कि रोड को पुरी तरह से नया बनना चाहिए तभी राहगीरों को सुविधा मिल सकेगी। जो पेज वर्ग किया जा रहा है वह कुछ दिन ही टिक पाएगा और उखड़ जाएगा।