शिवपुरी में नया नवाचार: सौर ऊर्जा से रोशन होगी कलोथरा गोशाला
– बिजली की कमी से बंद गौशाला को सोलर पैनल लगवा संचालन शुरू
– अधिकारी बोले-इस मॉडल को अन्य पंचायतों में भी लागू करेंगे
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले की कलोथरा ग्राम पंचायत जहां पर देश का पहला पीएम जन आवास बनकर जिस गांव ने सुर्खियां बटोरी थी वहां की बंद गौशाला के लिए भी अब नया नवाचार किया गया है। इस नए नवाचार के तहत बंद पड़ी गौशाला में सोलर पैनल लगवाए गए हैं और इस सोलर पैनल के माध्यम से यहां पर यहां की गौशाला बिजली से जगमगाएगी। इस गौशाला में पानी की जो समस्या थी वह भी दूर हो जाएगी। सोलर पैनल के माध्यम से यहां पर ट्यूबवेल की मोटर चालू हो सकेगी और पानी भी गौशाला की गायों को मिल सकेगा
पहले नियम बन रहे थे रोड़ा-
प्रदेश में बड़ी संख्या में नरेगा से गौशालाओं का निर्माण हुआ। ज्यादातर गौशाला पानी और बिजली की कमी के कारण संचालित नहीं हो सकीं। पंचायतों द्वारा 15वें और 5 वें वित्त मद से नलकूप खनन की अनुमित न होने और विद्युत ट्रांसफार्मर, लाइन कार्य में अत्यधिक लागत आने से गौशाला को चाहकर भी संचालित करना संभव न हो सका, लेकिन जिले की कलोथरा पंचायत ने इन सब परेशानियों के आगे हार न मानकर सालों से बंद गौशाला को संचालित करना शुरू कर दिया जिससे 70-75 अनाश्रित गायों की देखभाल शुरू हो गई।
पंचायत ने लगवाया सोलर पैनल-
दरअसल कलोथरा पंचायत गौशाला में पूर्व से एक बोर था लेकिन लाइट न होने के कारण इस बोर से पानी निकालना संभव न था। तब पंचायत द्वारा सोलर पैनल लगवाने की सोची। जिससे पूरी गौशालाकी गाय को पर्याप्त पानी मिलने लगा। उजाले के लिए लाइट भी पर्याप्त मिली। सोलर पैनल 3 केवीए क्षमता का है। इस बोर में उएचपी डीसी मोटर लगाई है जो 200 फीट गहराई तक पानी खींच सकता है। इस पैनल की खास बात यह है कि इसका मेंटेनेंस नि:शुल्क रहेगा और 3 साल तक ओवरआल पार्ट्स की वारंटी है। पैनल में कोई खराबी आती है तो उसकी 25 साल तक वारंटी है। कलोथरा पंचायत वही पंचायत है जिसने देश का पहला पीएम जनमन आवास बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं। अब बंद गोशाला को नवाचार के माध्यम से संचालित कर फिर एक सुर्खियों में है।
पानी और बिजली की समस्या हल हो गई-
कलोथरा गांव की सरपंच रामश्री आदिवासी ने बताया कि सालों से बंद गोशाला में सोलर पैनल लगवाकर देखा। अब बिना बिजली के भी पूरी गौशाला में लाइट जलती है और बोर में मोटर डालकर उस से पानी भी निकाला जा सकता है। इस मामले में जिला पंचायत के सीईओ हिमांशु जैन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस मॉडल को जिले की अन्य पंचायतों में भी लागू करके अन्य गौशाला का संचालन शुरू कराएंगे।