बृश्चिक राशि बाले रहे अधिक सतर्क
साल का पहला चंद्रग्रहण 16 मई 2022, दिन सोमवार को लगेगा। सोमवार को वैशाख मास की पूर्णिमा है। यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। जिसके कारण इसे ब्लड मून भी कहा जा रहा है। इस दिन चंद्रमा लाल रंग में नजर आएगा। हालांकि यह चंद्रग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। देश में ग्रहण का प्रभाव नहीं होने के कारण सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। साल का पहला चंद्रग्रहण वृश्चिक राशि में लगेगा। जिसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। जानें चंद्रग्रहण का प्रभाव-
चंद्रग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है। जिसके कारण इस राशि के जातकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
16 मई को लगने वाला साल का पहला चंद्रग्रहण बृश्चिक राशि में लगने के कारण इस राशि से जुड़े जातकों पर ज्यादा असर डालेगा। इसलिए इस दिन इस राशि से जुड़े जातकों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। चंद्रग्रहण के प्रभाव से वृश्चिक राशि वालों को मानसिक, शारीरिक व आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहण काल में कोई भी फैसला बिना सोचे-समझे न लें।
इस दिन वृश्चिक राशि के जातकों को गुस्से पर काबू रखना चाहिए। किसी भी वाद-विवाद से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। पैसों के मामले में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। व्यापारियों को व्यापार में बाधाएं आ सकती हैं। ग्रहण काल में किसी से भी पैसों का लेन-देन न करें। जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है, इसलिए इस दिन बहस से बचें।
साल का पहला चन्द्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगेगा। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 16 मई की सुबह 08 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा। साल का पहला चंद्रग्रहण दक्षिण-पश्चिमी यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर में देखा जा सकेगा