– स्वास्थ्य विभाग ने सर्तक रहकर जल भराव रोकने की अपील
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी शहरी क्षैत्र की 15 कालोनियों सहित जिले के 15 ग्रामों में डेंगू – मलेरिया फैलने की संभावना के चलते स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से सर्तक रहने व जल भराव रोकने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्षा ऋतु में वैक्टर जनित रोगो की बृद्वि की ज्यादा संभावना रहती है। वर्षा प्रारंभ होने से जगह जगह जल एकत्रित होने से मच्छरो के उत्पति स्थलो मे अचानक बृद्वि हो जाती है । जिससे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के प्रकरणो मे बृद्वि की संभावना अधिक हो जाती है ।
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित मच्छर में मौजूद परजीवी की बजह से होती है । ये रोगाणु इतने छोटे होते है कि हम इन्हे देख नही सकते । मलेरिया बुखार प्लॅाजमोडियम वीवेक्स नामक वाइरस के कारण होता है । एनाफिलीज नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से मनुष्यो के रक्त प्रवाह में ये वाइरस संचारित होता है। मलेरिया बीमारी में मुख्य रूप से बुखार आना, सिर दर्द होना , उल्टी होना , मन का मचलना , ठंड लगना , चक्कर आना, थकान होना , पेट दर्द , तेज से सांस लेना आदि लक्षण देखने को मिलते है।
मलेरिया के मच्छर अधिकतर शाम या रात को काटते है जबकि डेगू के मच्छर दिन के समय काटते हैं। इसलिए इस समय संभव हो तो पूर्ण शरीर को ढके कपडे पहनकर रहे। घर के आसपास पानी को जमा ना हाने दें, क्यूंकि इसमे मलेरिया और डेगू के जीवाणु पैदा होने का खतरा रहता है। यदि किसी व्यक्ति के शरीर मे बुखार तेजी से बढ रहा है तो उसे किसी डॉक्टर की सलाह व जॉच करवानी चाहिऐ । मलेरिया का उपचार समस्त शासकीय संस्थाओ पर निशुल्क उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर द्वारा बताया गया कि शहरी क्षैत्र शिवपुरी के कृष्णपुरम, इंद्रा कॉलोनी, फतेहपुर करौदी, फिजीकल पुरानी शिवपुरी , गोशाला, छोटा लुहारपुरा, सिद्वेश्वर, लुधावली, सईसपुरा, ठकुरपुरा, तारकेश्वरी कॉलोनी, कमलागंज , मनियर सहित ग्रामीण क्षैत्र भरतपुर, बासगढ, गोपालपुर, पडौरा, बरई, रायचंदखेडी, सिंहनिवास, हाथीगढा, गंगूरीपुरा, छर्च, आरी लुकवासा, पीरोठ, ठर्रा, बडागॉव, बीलारा, सिंगराई, नरवर के हाजीखेडी, जवाहर कॉलोनी, सडगू बदरवास, अमरूआ कोलारस में डेंगू फैलने की संभावना है। क्योंकि इन क्षेत्रों में जल भर आपके साथ-साथ घरों में रखी हुई टंकियां, नालियों में लार्वा बड़ी संख्या में पाया गया है। इसलिए आम जन सर्तक रहे व किसी वर्तन या अन उपयोगी बस्तु, घर के आसपास जल भराव न होने दें।