परमात्मा के सिवाय किसी की औकात नही कि हिन्दु राष्ट्र घोषित करदे ,जब समय आएगा तो परमात्मा पूरे जगत को हिन्दुराष्ट्र कर देगें-पं मुरलीधर जी महाराज
जिसके जीवन में भगवान वह प्राणी कभी दुखी नही रह सकता…..बोले राम कथा वाचक मुरलीधर जी महाराज
राम जन्म भव्य प्रस्तुति को सुनकर खुशी से झूम उठे श्रद्धालु
रायसेन । श्री राम कथा आयोजन समिति के तत्वाधान में दशहरा मैदान पर चल रही श्री राम कथा के तृतीय दिवस प्रख्यात राम कथा वाचक पं मुरलीधर जी महाराजन ने राम कथा के सुंदर प्रंसग की व्याख्या करते हुए कहा कि श्री राम चरित्र मानस ऐसा पवित्र गं्रथ है जिसकी प्रत्येक चौपाई महामंत्र है
कथा के दौरान महाराज श्री ने कहा कि आज कल हिन्दु राष्ट्र घोषित होने की बात की जा रही है लेकिन किसी की औकात नही की हिन्दुराष्ट्र घोषित करदें उन्होने कहा कि भारत धर्म निरपेक्ष ही रहेगा उन्होने किसी राजनैतिक दल का नाम लिए बगैर कहा कि मै किसी दल या संगठन की बात नही करता पंरतु जहां तक हिन्दु राष्ट्र घोषित होने की बात है वह किसी के बस की बात नही है सिर्फ परमात्मा ही जब चाहेगें तो राष्ट्र ही क्या पूरा विश्व हिन्दु राष्ट्र होगा ।
महाराज श्री ने कथा स्थल पर मौजूद हजारो श्रद्धालुओ को आर्शीवचन देते हुए कहा कि राम नाम में बडा सुख है जिससे इस भव सागर से पार लगा जा सकता है राम जी का भजन ही सुख देने वाला है राम नाम सुख दाई भजन पर श्रद्धालु पंडाल में भजन सुनकर खुशी से झूम उठे उन्होने कहा कि कबीर दास जी ने कहा है कि जो सुख राम नाम का फकीरी में है वह सुख अमीरी में नही है वास्तविक सुख तो सिर्फ राम नाम में ही है जिसके जीवन में भगवान है वह प्राणी कभी दुखी नही रह सकता कोई तन दुखी कोई मन दुखी तो कोई धन के बिना उदास हो रहा है इस प्रकार थोड़ा सभी दुखी है पंरतु वह भगवान का नाम लेते है तो उन्हे सुख की प्राप्ति होती है ।
महाराज जी ने पार्वती,शंकर जी के प्रंसग की विस्तार से चौपाईयो को माध्यम से महिमा वर्णन करते हुए कहा कि पार्वती जी ने शंकर जी से जो भी प्रश्न पूछे तो भगवान शंकर ने पार्वती जी के पूरे संशय मिटा दिए उन्होने कहा कि यह राम कथा ऐसी कथा जिसके सुनने की पूरी व्यथा समाप्त हो जा है राम चरित्र मानस की पंक्तिया पढने मात्र से मनुष्य के जीवन में बदलाव संभव है ।राम कथा रूपी गंगा में स्नान करोगे तो तर जाओगे और जगत में पढोगे तो डूब जाओगे ।पंडित मुरलीधर जी महाराज ने कहा कि आज के दौर में माृतभूमि का जगह जगह छेदन हो रहा है भूमि पर उत्खन्न किया जा रहा है यह ठीक नही है अगर समाज को पतन से बचाना है कि मातृभूमि की सुरक्षा होना भी जरूरी है महाराज जी ने कथा के दौरान भगवान राम जन्म और अनेक प्रंसगो पर विस्तार से भक्तो को समझाया । महाराज श्री ने कथा के दौरान वर्ष २०२८ से वर्ष २०३६ के बीच बड़ा बदलाव होने की बात भी कही ।श्री राम कथा में प्रतिदिन श्रोताओ की भीड़ बढ़ती जा रही है ।कथा के अंत में भगवान श्री राम जन्म की भव्य प्रस्तुति की गई भगवान राम का बाल स्वरूप देखकर श्रदालु खुशी से झूम उठे और पंडाल में जय जय श्रीराम के जयकारे सुनाई दिए ।
–सीएल गौर,प्रवक्ता
श्री राम कथा आयोजन समिति रायसेन