सुनील सोन्हिया की रिपोर्ट
भोपाल। जानी-मानी संस्था नवांकुर की सहयोगी संस्था आरोही सुगम संगीत शाला का फिल्मी गीतों का एक शानदार कार्यक्रम स्टेट म्यूजियम के ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में संस्था के लगभग 30 सदस्यों द्वारा 40 गाने प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम में श्री मनोज शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष सिंह गौर तथा श्री सुनील कुमार पांडे, पुलिस महानिरीक्षक ,श्री सेंगर, आयुक्त, नगर निगम भोपाल शैलेंद्र कुमार शुक्ला प्रसिद्ध फिल्म निर्माता एवं निर्देशक, श्री वीरेंद्र कुमार अपर सचिव, विधानसभा तथा वित्त विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित राजधानी के संगीत प्रेमियों ने भारी संख्या में कार्यक्रम का आनंद उठाया।
संस्था के प्रमुख तथा मेंटर श्री शक्तिशरण ने सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । अपने उद्बोधन में श्री शक्ति शरण में सभी सदस्यों की संगीत साधना की प्रशंसा की और कहा कि जो करेगा रियाज, वह करेगा राज उन्होंने कहा कि संगीत साधना है इसलिए इसमें निरंतर अभ्यास आवश्यक है। कार्यक्रम का प्रारंभ भजन “राम नाम अति मीठा है “ इसके बाद प्रथम प्रस्तुति शालू अवस्थी द्वारा “ फ़िज़ा भी है जवाँ जवाँ” दी गई । कार्यक्रम में ज्योति शर्मा द्वारा प्रस्तुत आ चल के तुझे ,सीमा चितवार द्वारा तू जहां-जहां चलेगा, सीमा पांडे द्वारा ये दिल और उनकी निगाहों के साये, रितु सिंह गौर द्वारा कभी-कभी मेरे दिल ख्याल आता है, दी के श्रीवास्तव द्वारा मेरे सपनों की रानी , साधना श्रीवास्तव द्वारा ये है रेशमी जुल्फों का अंधेरा, बसंती आठ्या द्वारा पंख होती तो उड़ जाती, सुरेखा यादव का माई री मैं कासे कहूं, शाश्वत कुमार का मां तुझे सलाम ने तालियों से हाल को गूंजायमान कर दिया । अंत में बसंती आठिया, तेजिंदर कोर, सुनीता चौहान द्वारा दमा दम मस्त कलंदर गीत प्रस्तुत कर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया ।श्रीमती कृष्णलता शरण द्वारा आभार व्यक्त किया गया ।