ग्रामीणों ने लगाए सरपंच पर घटिया मरम्मत के आरोप
कृष्ण कांत सोनी सिलवानी रायसेन
रायसेन जिले की सिलवानी जनपद की ग्राम पंचायत आमापानी खुर्द के गांव मेहका में बना तालाब भारी बारिश के कारण बह गया, जिससे किसानों की फसलें और संपत्ति बर्बाद हो गई। यह तालाब हाल ही में ग्राम पंचायत द्वारा मरम्मत किया गया था, लेकिन बारिश और बाढ़ के कारण यह टूट गया।
तालाब टूटने से नीचे बने खेतों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। कई किसानों ने बताया कि उनकी सिंचाई की मोटरें भी बाढ़ में बह गईं। एक किसान का कुआं, जो तालाब के नीचे ही बना था, वह भी धंस गया। इस स्थिति ने किसानों को भारी आर्थिक नुकसान में डाल दिया है, और वे अपनी फसलों और संपत्तियों को लेकर बेहद चिंतित हैं। ग्रामीणों ने तालाब मरम्मत में सही से पिचिंग नही होने का आरोप लगाया है।
जब इस मामले में सरपंच से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि तालाब की मरम्मत श्रमदान से की गई थी। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वर्षा के कारण तालाब बह गया। हालांकि, ग्रामीणों का मानना है कि सही मरम्मत और निर्माण कार्य से इस समस्या से बचा जा सकता था।
ग्रामवासियों और किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले की जांच की जाए और उन्हें उनके नुकसान की भरपाई की जाए और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।
यह घटना एक बार फिर से दिखाती है कि बुनियादी ढांचे के निर्माण और मरम्मत में गुणवत्ता की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। घटिया निर्माण कार्य न केवल संपत्ति का नुकसान करता है, बल्कि लोगों की आजीविका और जीवन को भी खतरे में डालता है। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए