ग्रामीण क्षेत्रो में बनी सडके तोड़ रही दम,जिम्मेदार भी हुए लापरवाह
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
भोपाल सांची हाईवे 18 से लेकर ग्राम बरजोरपुर तक मध्य प्रदेश ग्रामीण संपर्कता योजना के अंतर्गत ग्रेवल मार्ग का डामरीकरण किया गया था डामरीकरण 1.520 किलोमीटर सड़क का और 0.150 सीसी रोड बनाया गया था दोनों को मिलाकर 1.670 सड़क का निर्माण जून माह 2020 में हुआ था इस सड़क का डामरीकरण 2 साल ही नहीं टिक पाया। सड़क पहले ही उखड़ गई थी जिस पर ठेकेदार द्वारा फिर से जगह-जगह डुमरी करण किया गया। भोपाल विदिशा हाईवे से लेकर ग्राम बरजोर पुर तक 56.84 लाख रुपए से बनाई गई थी इस सड़क का कार्य 11.6.2020 को पूर्ण हुआ था इस सड़क का ठेका मैसर्स प्रमोद कुमार गुप्ता त्रिलोक नगर भोपाल ने लिया था इस सड़क की गारंटी 5 साल तक रखी गई है 5 साल के रखरखाव के लिए 4.84 लाख रखा गया है।
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों पर ठेकेदार द्वारा बड़े-बड़े बोर्ड लगा दिए जाते हैं उसमें लिख दिया जाता है कि 5 साल तक सड़क की देखभाल ठेकेदार द्वारा की जाएगी जबकि ठेकेदार द्वारा लगाया गया वोट पर यहां भी लिख दिया जाता है कि 5 साल के रखरखाव की
कितनी राशि है इसके बावजूद भी रोड की मरम्मत नहीं होती है एक बार रोड बनने के बाद ठेकेदार इस रोड को मुड़ कर भी नहीं देखते हैं जबकि सरकार द्वारा 5 साल तक रोड की गारंटी होती है ग्रामीणों को सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को सड़कों से जोड़ने की कोशिश कर रही है तो ठेकेदार द्वारा अपने मनमर्जी से सड़क को सही तरीके से नहीं बनाया जाता जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है।
कुछ महीने पहले भोपाल विदिशा हाईवे के नजदीक बनी बरजोर पुर रोड की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसको ठेकेदार ने ठीक करा दिया था लेकिन दोबारा पुलिया फिर से बैठ गई है किसी दिन अगर कोई बड़ा वाहन निकाला तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। क्षतिग्रस्त पुलिया से ही कई गांव के ग्रामीण निकल रहे हैं। किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।