शरद शर्मा बेगमगंज,रायसेन
नगर के माला फाटक स्थित श्रीजगदीश मंदिर से आज पुजारी द्वारा सैकड़ो श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विधिविधान से पूजा अर्चना की । उसके बाद भगवान जगन्नाथ उनके ज्येष्ठ भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर निकले ।
यात्रा नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए दशहरा मैदान स्थित मंदिर पर शाम को पहुंची। यहां पर यात्रा का रात्रि विश्राम होगा और सोमवार को दोपहर में पुनः वापस अपने भाई , बहन के साथ घर पहुंचेंगे भगवान जगन्नाथ स्वामी ।
बेगमगंज में 1964 से निकाली जा रही है । जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा इस बार 60 वें वर्ष में प्रवेश कर गई ।
प्रतिवर्षानुसार आषाण शुल्क पक्ष द्वितिया को साक्षात जगन्नाथ स्वामी अपने ज्येष्ठ भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ जगत कल्याणार्थ 15 फीट ऊंचे नन्दीघोष तालध्वज व दर्पदलव नाम के रथों पर विराजमान होकर जनजन तक स्वयं पहुंचे।
इस पुनीत कार्यक्रम को धार्मिक सेवा संघ के तत्वधान में स्वामी जी की रथ यात्रा का शुभारंभ श्रीजगदीश मंदिर माला फाटक से आज रविवार को प्रातः 9 बजे प्रारम्भ हुआ। ओर शाम करीब 6.30 बजे दशहरा मैदान स्थित मंदिर पर पहुंचा ।
यात्रा में अश्वारोही दल, ध्वाजाओं पताकाओ के साथ भक्तो की टोली, जय बलदाऊ – जय सुभद्रा , जय जय जय के जयघोष के साथ रथ की अगवानी एवं जगह -जगह श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना के साथ आरती उतारते हुए पुष्प वर्षा कर अभिवादन किया।
रथ यात्रा दिव्य संकीर्तन व मंत्रोचार के साथ नगर का भ्रमण कर श्रीजगदीश मंदिर माला फाटक से किला, बजरिया, कबीट चौराहा , गांधी बाजार, पुराना बस स्टैंड , सागर रोड, नया बस स्टैंड से होते हुए रामनगर दशहरा मैदान पहुंची।
यहां रात्रि विश्राम कर 8 जुलाई सोमवार को दोपहर 2 बजे पुनः अपने धाम जगदीश मंदिर माला फाटक पहुंचेगी।
रथ यात्रा के पीछे-पीछे पुरुष एवं महिलाओं का जत्था ढोल मजीरो पर संकीर्तन करता हुआ चल रहा था।
करीब दो सौ. ग्रामों के सैकड़ों श्रद्धालु रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे और धर्म लाभ उठाया ।
प्रशासन द्वारा रथ यात्रा मार्ग पर यातायात व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई थी ताकि भीड़ के कारण किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न ना हो सके ।