शरद शर्मा बेगमगंज,रायसेन
सेंट थॉमस कान्वेंट स्कूल के सामने नगर के एकमात्र बड़े मुक्तिधाम में प्रति वर्ष विभिन्न संगठनों द्वारा वृक्षारोपण तो किया जाता है लेकिन देखरेख के अभाव में पौधे नष्ट हो जाते है। लोग लगाते हैं और फोटो निकलवाकर समाचार पत्रों में छपवा लेते हैं लेकिन उनको पोषित करने का जिम्मा कोई नहीं लेता है तो वो प्रायः वो सभी पौधे नष्ट हो गए हैं ।
जिसके कारण आज भी मुक्तिधाम में छायादार पेड़ों का अभाव है ।अब वहां पर फल एवं छायादार पेड़ों को लगाने के उद्देश्य से वनपरिक्षेत्राधिकारी ने संकल्प लिया है कि अब वो मुक्ति धाम को एक विकसित पार्क में परिवर्तित करके ही दम लेंगे ।
रेंजर अरविंद अहिरवार नए-नए प्रयोग करके तहसील हरित क्रांति लाने के लिए चर्चाओं में है ।
अब उन्होंने शहर के मुक्तिधाम को हरा भरा करने का संकल्प लेते हुए आज रविवार को उन्होंने 101 पौधों को मुक्ति धाम परिसर में रोपित किया है और बाकायदा तार फेंसिंग करके उन्हें सुरक्षित करके वृक्ष बनने तक उनकी देखभाल का संकल्प भी लिया।
रोपित पौधों में आम, जामुन, मुनगा, बरगद, महानीम, पीपल, अमरूद,तुलसी एवं अन्य प्रजातियों के वृक्ष लगाए गए हैं जो 7 फीट से लेकर 10 फीट तक की ऊंचाई में है।
आपको बता दें कि बेगमगंज रेंजर ने अपना सारा जीवन पर्यावरण और उसकी रक्षा करने के लिए संकल्पित कर रखा है। सुबह से उठकर सबसे पहले पेड़ पौधों की देखभाल करते हैं। जिससे पेड़ निरोगी रहता है और जल्दी ग्रोथ करता है। उनका मानना है कि पर्यावरण हमारी जिंदगी को निरोगी रखने में सहयोगी है।
चर्चा के दौरान रेंजर अरविंद अहिरवार ने बताया कि अपना ओर अपने बच्चों का स्वस्थ जीवन रखने के लिए पर्यावरण जरूरी है । पर्यावरण की मदद के लिए हम कौन से दस काम कर सकते हैं?पेड़ पौधे लगाएं, हरियाली बढ़ाएं और वातावरण को शुद्ध बनाने में अपना योगदान दें।
इसके अतिरिक्त पानी बचाएं। जरूरत अनुसार ही पानी गिलास/बर्तन में लें, कपड़े धुलने से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल पेड़ पौधों की सिंचाई में करें।
पेड़ की जड़ें भूमि के अंदर पानी को स्टोर करके रखने में मदद करती है। उनके के इस कार्य की नगर में भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है ।