मध्य प्रदेश के दमोह में हुए सड़क हादसे में बेटे की मौत हुई तो पिता ने कुछ ऐसा किया है कि चहुं ओर सराहना हो रही है. मृत युवक के पिता ने मृत्यु भोज कराने के बजाय बेटे की श्रद्धांजलि सभा में हेलमेट बांटे हैं. उन्होंने लोगों में संदेश देने की कोशिश की है कि यदि उनके बेटे ने हेलमेट लगाया होता तो वह जिंदा होता.इसी के साथ उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में आए सभी लोगों से आग्रह किया कि वह खुद तो हेलमेट लगाएं ही, दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें.
मामला दमोह जिले के जबेरा विकासखंड के चंडी चौपरा गांव का है. इस गांव में रहने वाले दौलत सिंह लोधी ने बताया कि उनका बेटा संकेत सिंह (20) ने अपनी दुकान खोल रखी थी. 15 जून को वह दुकान का सामान लेने के लिए बाइक पर सवार होकर निकला था. अभी वह गांव से बाहर भी नहीं निकला था कि रास्ते पर उसकी बाइक स्लिप हो गई. इस हादसे में संकेत के सिर में गंभीर चोटें आई और इन्हीं चोटों की वजह से उसकी मौत हो गई थी.
हेलमेट लगाने की दी प्रेरणा
इस हादसे से उन्हें बहुत कष्ट हुआ और उन्होंने उसी समय सोच लिया था कि वह कुछ ऐसा करेंगे कि किसी और पिता को इस कष्ट से ना गुजरना पड़ा. इसी क्रम में दौलत सिंह ने अपने बेटे की श्रद्धांजलि सभा रखी और अपने सभी इष्ट मित्रों को आमंत्रित किया. इस सभा में उन्होंने ना तो मृत्यु भोज किया और ना ही कोई अन्य उपक्रम. बल्कि जो भी व्यक्ति उनके बेटे को श्रद्धांजलि देने के लिए आया, उसे दौलत सिंह ने हादसे की कहानी बताते हुए एक-एक हेलमेट भेंट किया.
सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीरें
उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने हेलमेट नहीं पहनी थी, इसलिए उसके सिर में चोट लगी. यदि वह हेलमेट पहना होता तो आज जिंदा होता. उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में सभी लोगों से आग्रह किया कि बिना हेलमेट गाड़ी ना चलाएं. दौलत सिंह के इस परोपकारी काम की केवल दमोह में नहीं, बल्कि प्रदेश भर में सराहना हो रही है. उनके हेलमेट वितरण की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहे हैं.