पानी की किल्लत से जूझ रहे नगर वासी,एक दिन छोडकर मिल रहा पानी
देवेन्द्र तिवारी साँची रायसेन
गर्मी का मौसम शुरू होते ही नगर में पेयजल आपूर्ति गड़बड़ा गई है ।जब जब ऐसे मामले जिम्मेदारों के संज्ञान में लाये जाते रहे हैं तब एक ही जवाब मिलता है ट्यूबवेल का जलस्तर नीचे उतर चुका है हालांकि इस नगर में ट्यूबवेल के बोर अनगिनत करवा लिए गए परन्तु इनमें आई लाखों रुपए की लागत पर पलीता लग चुका है जिनमें पानी नहीं निकल सका । इस पानी की किल्लत का सबसे अधिक सामना पठार क्षेत्र के लोगों को करना पड़ता है पानी के लिए टैंकरों से पानी पहुचाया जा रहा है।
हालांकि बड़ी संख्या में नगर में हैंडपंप अस्तित्व में लाये गये परन्तु लापरवाही के चलते हेण्डप या तो बंद कर दिए अथवा उनकी मरम्मत नहीं हो सकी । इस प्रकार नगर में अनेक कुओं का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है । वर्षों से नगर में कहीं कोई विकास देखने सुनने नहीं मिल सका । जैसे ही गर्मी का मौसम शुरू हुआ बस स्टैंड परिसर में सीसी रोड निर्माण नगर परिषद द्वारा लगभग 35 लाख रुपए से अधिक राशि खर्च करा लिया गया परन्तु इस भीषण गर्मी में जब नगर में पेयजल ने अपने पांव पसार लिए तब सड़क निर्माण तो पूरा करा दिया गया तथा अधिकारी इसकी जांच हेतु दिखाई भी दिये परंतु इन अधिकारियों सहित जिम्मेदार भी सड़क की तराई से बेखबर बने रहे हालांकि तराई के नाम पर एक दो जगह पानी की नली जरुर पड़ी दिखाई दी परन्तु बिना पानी के लोगों का कहना है यदि तराई नहीं की जाती तब यह सड़क जल्दी ही टूट फूट कर सरकार के लाखों रुपए का पलीता लगने से इंकार नहीं किया जा सकता