अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपनी ब्याज दरों में लगातार 6वीं बार कोई बदलाव ना करने का फैसला लिया. इस फैसले से उन्होंने उन तमाम अफवाहों को धराशाई कर दिया कि आने वाले महीने में ब्याज दरों को बढ़ाया जा सकता है. इसका मतलब है कि फेड आने वाले महीने में ब्याज दरों में इजाफे का कोई प्लान नहीं बना रही है. जिसके बाद विदेशी बाजारों से लेकर भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में गोल्ड की कीमत में इजाफा देखने को मिला.
दोपहर तक ये तेजी धीरे-धीरे कम होती रही. जानकारों की मानें तो अभी तक फेड की ओर से कोई संकेत नहीं मिला है कि ब्याज दरों में कटौती कब की जा सकती है. साथ ही संकेत ये भी मिला है कि मौजूदा साल में फेड की ओर से जो 3 कटौती करनी थी, उसकी संख्या घटाकर एक कर दी गई है. इसके असर से गोल्ड की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है. आने वाले दिनों में गोल्ड मौजूदा लेवल से करीब 3000 रुपए तक सस्ता हो सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर गोल्ड की कीमत को लेकर एक्सपर्ट किस तरह की भविष्यवाणी कर रहे हैं?
ब्याज दरों में कटौती कब होगी तय नहीं
अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से अभी तक तय नहीं किया गया है कि ब्याज दरों में कटौती कब होगी. जानकारों की मानें तो जुलाई में फेड की मीटिंग होनी है. लेकिन महंगाई के आंकड़ें टारगेट के अनुरूप नहीं है. दूसरी ओर लेबर मार्केट में तेजी देखी जा रही है. जिससे खर्च में इजाफा देखने को मिल सकता है. जिसके असर से महंगाई में तेजी की संभावना अभी भी बनी हुई है. ऐसे में जुलाई में होने वाली मीटिंग में भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की कोई संभावना नहीं है. जिसका असर डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड में इजाफे के रूप में देखने को मिल सकता है. ऐसे में निवेशक गोल्ड की जगह करेंसी मार्केट की ओर मूव कर सकते हैं. जिसका असर सोने की कीमत में देखने को मिल सकता है.
जियो पॉलिटिकल टेंशन हुई कम
वहीं दूसरी ओर जियो पॉलिटकल टेंशन भी लगातार कम होती जा रही है. ईरान और इजराइल के बीच काफी दिनों से कोई हरकत देखने को नहीं मिली है. दोनों देशों के बीच मध्यस्ता कराने का प्रयास चल रहा है. दोनों ओर से हमले रुके हुए हैं. ऐसे में निवेश सेफ हैवन यानी गोल्ड में निवेश करने की जगह शेयर बाजार की ओर मूव कर रहे हैं. जिसका असर आने वाले दिनों में गोल्ड के दाम में गिरावट के तौर पर देखने को मिल सकता है. जानकारों का मानना है कि गोल्ड एक्सपोर्ट में कमी आई है. इंटरनेशनली डिमांड में कमी आई है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमत में असर देखने को मिल सकता है.
3000 रुपए तक कम हो सकते हैं दाम
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया की मानें तो आने वाले दिनों में कोई ऐसा ट्रिगर देखने को नहीं मिल रहा है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों को बूस्ट मिल सके. साथ ही फेड की ओर से भी ऐसा कोई संकेत नहीं मिल रहा है, कि वो ब्याज दरों में कब बदलाव करने जा रहा है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में गिरावट का माहौल देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में 68,500 रुपए तक दाम जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि गोल्ड में बूस्ट फेड की ओर से कटौती के बाद ही देखने को मिलेगा. या फिर जियो पॉलिटिकल टेंशन में इजाफा हो.
रिकॉर्ड हाई से कितने कम हुए दाम
एमसीएक्स पर गोल्ड की कीमत 12 अप्रैल को रिकॉर्ड हाई 73,958 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए थे. उसके बाद से गोल्ड की कीमत में काफी गिरावट देखने को मिल चुकी है. आंकड़ों पर बात करें तो तब से अब तक गोल्ड के दाम 3200 रुपए से ज्यादा कम हो चुके हैं. इसका मतलब है कि गोल्ड की कीमत में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. अगर आने वाले दिनों में गोल्ड के दाम 68500 रुपए पर आ जाते हैं तो कीमतें रिकॉर्ड हाई से 5500 रुपए तक कम हो सकती हैं. यानी सोना 7 फीसदी से ज्यादा का करेक्शन देखने को मिल सकता है.
फ्लैट हैं गोल्ड की कीमतें
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर दोपहर 3 बजे गोल्ड की कीमतें फ्लैट देखने को मिल रही है. आंकड़ों के अनुसार दोपहर 3 बजे गोल्ड के दाम करीब 60 रुपए की गिरावट के साथ 70,665 रुपए पर कारोबार कर रहा है. वैसे गुरुवार को गोल्ड की कीमत 71,278 रुपए पर ओपन हुई थी. जोकि कारोबारी सत्र के दौरान 70651 रुपए के साथ लोअर लेवल पर पहुंच गई. एक दिन पहले गोल्ड की कीमत 70,725 रुपए के साथ बंद हुई थी.