मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज क्षेत्र के आसपास इन दिनों भूसा बिक्री करने वाले दलाल सक्रिए हैं। ब़ड़े स्तर पर भूसा जिले से बाहर भेजा जा रहा है जिससे जिले की गौशालाओं में गौवंश को भूसा मिलना मुश्किल हो जाएगा। जबकि रायसेन कलेक्टर ने 1 अप्रैल को आदेश जारी कर भूसे को जिले के बाहर ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है परन्तु उसका क़ड़ाई से पालन नहीं हो पा रहा है। देखने में आ रहा है कि रातों में ट्रैक्टर ट्राली , ट्रैकों में भरकर भूसा जिले से बाहर भेजा जा रहा है। भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर रात दिन भूसे से भरे ट्रैक्टर ट्राली, ट्रक हजारों की तादात में निकल रहे हैं। इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है। जबकि इस रोड पर सांची थाना, सलामतपुर थाना, दीवानगंज चौकी ,सुखी सेवानिया थाना पड़ता है। इतनी जगह थाना होने के बावजूद भी भूसे से भरे ट्रैक्टर ट्राली, ट्रक , हजारों की संख्या में आसानी से निकल रहे हैं। फसल जब पककर तैयार हो जाती है और निकल जाती है क्षेत्र में भूसा बिक्री करने वाले दलाल सक्रिए हो जाते हैं। ब़ड़े स्तर पर भूसा जिले से बाहर बेचा जा रहा है जिससे जिले की गौशालाओं में गौवंश की दुर्दशा खराब होना निश्चित है। कलेक्टर के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिले का गौवंश सड़कों पर घूमने को मजबूर है। खेतों अभि से नरवाई में आग लगना प्रारंभ कर दिया है। आसपास बन रही गौशाला में साल भर के लिए भूसा की खरीद नहीं हो पा रही है क्योंकि जिले में विचौलिए सक्रिय है। विचालियों कारण भूसा की कीमतें आसमान छू रही है। कई किसानों ने बारिश हो जाने के कारण भूसा नहीं बना पा पाए हैं। यदि भूसे पर शीघ्र से शीघ्र रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में जिले की गौशालाओं में रहने वाला गौवंश को भूखा रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। मवेशियों के लिए जिले में चारा भूसा की स्थिति को नियमित पर्याप्त मात्रा मे आपूर्ति बनाए रखने को लेकर लगाए गए प्रतिबंध के बाद भी भूसे का जिले से बाहर के जिलों में परिवहन ध़ड़ल्ले से जारी है। जिले में भूसे की पर्याप्त संख्या में रख रखाव और गौशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसे का भण्डार कराने के साथ साथ मवेशियों को चारा भूसा खाने के लिये मिलता रहे इसके लिए रायसेन कलेक्टर ने 1 अप्रैल से रोक लगाई है जिले में पशु चारा एवं भूसा की कमी की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए पशुओं को पर्याप्त मात्रा में चारा-भूसा की आपूर्ति बनाए रखने हेतु रायसेन कलेक्टर श्री अरविंद दुबे द्वारा 1 अप्रैल से जिले से अन्य राज्यों में पशु चारे-भूसा का निर्यात प्रतिबंधित किया गया है। रायसेन कलेक्टर श्री अरविंद दुबे द्वारा जारी आदेश के तहत पशु आहार में आने वाले सभी प्रकार के चारे, भूसा, घास, कड़वी ज्वार के डंठल, पैरा धान के डंठल आदि का जिले से अन्य राज्यों में निर्यात, उद्योगों एवं ईट के भट्टे में जलाने को मप्र चारा निर्यात नियंत्रण आदेश 2000 में निहित प्रावधानों के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 1 अप्रैल से 30 जून 2024 तक प्रतिबंधित किया गया है। कोई भी कृषक, व्यापारी, निर्यातक व्यक्ति किसी भी प्रकार से प्रतिबंधित पशु चारा एवं भूसा का परिवहन किसी वाहन, नाव, मोटर, रेल या किसी भी यान द्वारा रायसेन से राज्य से बाहर कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी की अनुज्ञा पत्र के निर्यात नहीं करेगा। इस संबंध में संबंधित एसडीएम को अनुज्ञा पत्र जारी करने के लिए प्राधिकृत किया गया है इसके बावजूद भी क्षेत्र से भूसे का परिवहन लगातार जरी है। आकाश साहू, नंदू साहू, निवास मीणा ,दिनेश साहू, मुकेश साहू, पवन प्रजापति, हरिओम साहू आदि किसानों का कहना है कि गांव बस्ती में जो पशु किसानों ने पाल रखे हैं इस साल उनका भी भूसा मिलन मुश्किल हो रहा है क्योंकि ज्यादातर किसानों ने अपने खेत में भूसा बनवाकर बेच दिया है। बारिश होने के कारण कुछ किसान भूसा नहीं बनवा पाए हैं।
इनका कहना हे
भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर दिन रात भूसे से भरे हुए हजारों की तादात में वाहन निकल रहे हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही तब तो इतनी तादात में भूसे से भरे ट्रैक ट्रैक्टर ट्रॉली निकल रहे हैं। भूसे से भरे हुए वाहन पर कार्रवाई होना चाहिए तब जाकर भूसे के परिवहन पर रोक लगेगी।
दीवानगंज सरपंच गिरजेश नायक
इस साल पशुओं को भूसा मिलना संभव नहीं हो पाएगा क्योंकि कई किसानों ने अपने खेत में भूसा बनवाकर ऊंचे दामों पर बेच दिया है। जो आवारा पशु है वह अभी से खेत दर खेत चरने के लिए भटक रहे हैं। उनको अभी से भूसा मिलना संभव नहीं हो पा रहा है। अभी तो पूरी 1 साल बाकी है।
सेमरा सरपंच भानु लोधी
सरकार को पूर्ण रूप से भूसे के परिवहन पर रोक लगाना चाहिए। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के आसपास घूम रहे आवारा पशुओं को चारा मिल सके। अगर इसी प्रकार भूसे का परिवहन दूसरे जिले में होता रहेगा तो आवारा पशुओं पूरी साल भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। हम रात दिन भूसे का परिवहन देख रहे हैं।
अंबाडी सरपंच कुंती रमेश अहिरवार