हर कोई जानता है कि फिट और हेल्दी रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना कितनी जरूरी है. रोजाना आधे घंटे की एक्सरसाइज या योग हमें हेल्दी रखने में काफी अहम रोल निभाती है. इससे ना हमें शारीरिक तौर पर फिट रहने बल्कि मानसिक तौर पर भी शांत और स्ट्रेस फ्री रहने में मदद मिल सकती है. इसलिए आज के दौर में युवा एक्सरसाइज के महत्व को समझ भी रहे है और जिम में जमकर पसीना भी बहा रहे है, तो वहीं कुछ लोग घर पर कई तरह के वर्कआउट या फिर योग करते हैं.
लेकिन किसी भी चीज को अगर एक लिमिट से ज्यादा किया जाए, तो वो फायदा पहुंचाने की जगह आपको नुकसान पहुंचाने लगती है और ये बात उन लोगों पर लागू होती है जो एक्सरसाइज को अपने दिमाग पर हावी कर लेते है और घंटो-घंटो एक्सरसाइज करते है. ऐसा तब होता है जब किसी पर एक्सरसाइज करने का जुनून सवार हो जाता है तो यह रूटीन एक एडिक्शन में बदल जाता है और यही एडिक्शन व्यक्ति की सेहत पर बुरा असर डालता सकता है.
कई बार लोगों को एक्सरसाइज एडिक्शन भी हो जाता है. ये एक ऐसी स्थिति है जब व्यक्ति अपने शारीरिक क्षमता की जरूरत से बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करता है और खुद को रोक नहीं पाता है. ऐसे लोग अपना ज्यादातर समय एक्सरसाइज को ही डेडिकेट करते हैं. अगर वो लोग एक दिन वर्कआउट न करें तो वो कुछ अधुरा सा महसूस करने लगते हैं. लेकिन अपने शरीर की क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है. जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
ज्यादा कैलोरी बर्न
फिटनेस एक्सपर्ट निकिता यादव का कहना है कि हम जो भी एक्टिविटी करते हैं जैसे के दौड़ना, चलना-फिरना इन सबके लिए हमें बॉडी को कैलोरी की जरूरत होती है. महिला को प्रतिदिन 1800 कैलोरी और पुरुषों को प्रतिदिन 2000 कैलोरी की जरूरत होती है. अब इसके अलावा जो हम कैलोरी खाते हैं उसे हमें बर्न करना होता है. जैसे कि अगर महिलाएं दिन में 2000 कैलोरी का इनटेक कर रही हैं, तो उन्हें सिर्फ 200 कैलोरी बर्न करने की जरूरत है. लेकिन लोगों का मानना है कि जितना हम खाते हैं उतनी ही एक्सरसाइज करनी चाहिए. जैसे कि नाश्ते, लंच और डिनर तीनों के बाद बार-बार एक्सरसाइज करना. लेकिन इससे सेहत को नुकसान हो सकता है.
ऐसे में शरीर को कैलोरी सही से नहीं मिल पाती है. जिसके कारण दूसरे एक्टिविटी जैसे की चलना-फिरना और खाना इन सबके लिए बॉडी हड्डियों से कैलोरी लेना शुरू कर देती हैं. ऐसे में कैल्शियम और जरूरत विटामिन की कमी शरीर में हो सकती है. जिसकी वजह से आपको कमजोरी, थकावट और चक्कर आना महसूस होने लगती है. इसलिए जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. आपको अपने शरीर की जरूरत के अनुसार कैलोरी का सेवन करना चाहिए और एक्स्ट्रा कैलोरी को ही बर्न करना चाहिए. जिससे बॉडी में कैलोरी मैनेजमेंट अच्छे से हो सकते.
ज्यादा वेट लॉस
अगर कोई व्यक्ति बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के सिर्फ जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करता है, तो इससे ज्यादा वेट लॉस हो सकता है. ऐसे में कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना भी करना पड़ सकता है. जैसे कि कुछ लोग वजन कम करने के लिए सुबह, दिन और रात को खाने के बाद वर्कआउट करते हैं. लेकिन इससे शरीर को फायदे की जगह पर नुकसान पहुंच सकता है.
मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स
इसमें सबसे पहले है चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और डिप्रेशन. उसे ऐसा जब महसूस होता है जब वो अपनी चाहत से कम एक्सरसाइज करता है. खासकर अगर व्यक्ति को कुछ दिन के लिए किसी वजह से एक्सरसाइज करने को न मिले तो उन्हें इसकी वजह से चिड़चिड़ापन और एंग्जाइटी फिल हो सकती है.
चोट लगने की संभावना
जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से उनका शरीर थक जाता है बावजूद वो अपने शरीर को आराम नहीं देते, ऐसा करके वो खुद को चोट पहुंचा सकते हैंकई बार ज्यादा एक्सरसाइज करने से उनके मसल्स और टिश्यूज भी डैमेज हो जाते है. क्योंकि जरूरत से ज्यादा मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण मोच का सामना करना पड़ सकता है. इसी के साथ ही भारी वजन के साथ ज्यादा एक्सरसाइज करने के कारण जोड़ों की समस्या बढ़ने का जोखिम रहता है. इसके अलावा ये मांसपेशियों को भी नुकसान पहुंचाता है. जिससे मांसपेशियों में दर्द और हड्डियों की समस्या हो सकती है.
सेहत को नुकसान
कई बार ज्यादा मसल्स बिल्डिंग के लिए कई लोग जरूरत से ज्यादा प्रोटीन और स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते है जो शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाते है. शरीर की क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर बढ़ना और दिल को नुकसान पहुंच सकता है. क्योंकि ज्यादा वर्कआउट करने से बॉडी रिलैक्स नहीं हो पाती और हार्ट नॉर्मल रेट से ज्यादा तेज चलता है. वहीं जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने के बाद थकान या कमजोरी होना इम्यूनिटी वीक होने के संकेत हो सकता है.
इसलिए सबसे पहले तो अपने शरीर की क्षमता के मुताबिक ही एक्सरसाइज या योग करें. इसके लिए सबसे पहले तो आप अपनी एक्सरसाइज करने की टाइमिंग पर विचार करें. धीरे-धीरे अपने एक्सरसाइज की टाइमिंग को कम करें. आप चाहें तो कुछ समय या फिर एक हफ्ते कि लिए अपनेएडिक्शनएक्सरसाइज रूटीन से ब्रेक ले सकते हैं. इसी तरह आप अपने एक्सरसाइज एडिक्शन को नॉर्मल हेल्दी एक्सरसाइज रूटीन में बदल पाएंगे हर दिन लगभग 30 मिनट का व्यायाम जरूरी है, चाहे आप वर्कआउट ना भी करते हों इसमें पैदल चलना, बच्चों के साथ बॉल खेलना या घर के काम करना शामिल हो सकता है. इसके अलावा एक्सरसाइज की टाइमिंग, लोगों की उम्र, मेडिकल कंडीशन और फिटनेस के ऊपर भी ये बात निर्भर करती है. हर किसी व्यक्ति की क्षमता अलग होती है और उसे अपनी कैपेसिटी के अनुसार ही वर्कआउट करना चाहिए.