साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी 8 अप्रैल को लगने वाला है. विज्ञान में सूर्य ग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है. वैज्ञानिकों के साथ-साथ आम लोगों में भी साल के पहले सूर्य ग्रहण को लेकर बहुत उत्साह है. यह सूर्य ग्रहण बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है.
8 अप्रैल को लगने वाला ग्रहण एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. इसे अमेरिका के कुछ राज्यों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है. पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के एक सीधी रेखा में आ जाने के कारण पृथ्वी के एक भाग पर पूरी तरह से अंधेरा छा जाता है, तब पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है.
कल लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 अप्रैल की रात में 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 2 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा. अमेरिका के टेक्सास में दोपहर 1:27 बजे पूर्ण सूर्य ग्रहण की छाया शुरू होगी और 3:35 बजे समाप्त होगी. इसमें लगभग 7 मिनट का समय ऐसा रहेगा, जब पूरी धरती अंधकार में डूब जाएगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर शुभ या अशुभ प्रभाव पड़ता है. 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण वृषभ, मकर, सिंह, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए बहुत शुभ रहने वाला है. सूर्य की कृपा से इन राशियों अच्छे परिणाम मिलेंगे. वहीं मेष,कन्या, धनु और मी राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण बहुत अशुभ रहने वाला है. इन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के समय से 12 घंटा पहले लगता है. सूतक काल में किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।
8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगेगा. मीन देवगुरु बृहस्पति की राशि है जो कि सूर्य की मित्र राशि है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सूर्य के साथ चंद्रमा, शुक्र और राहु एक साथ स्थित होंगे.
8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड जैसे देशों में दिखाई देगा. भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा.