खजुराहो सीट पर सपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने के बाद, कांग्रेस नेता अरुण यादव ने की रिटर्निंग ऑफिसर को बर्खास्त करने की मांग…
भोपाल। : मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीटों में से एक खजुराहो लोकसभा में इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है । इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने खजुराहो के रिटर्निंग ऑफिसर को बर्खास्त करने की मांग की है। अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि खजुराहो लोकसभा में INDIA गठबंधन की प्रत्याशी मीरा दीपक यादव का नामांकन फार्म निर्वाचन आयोग के नियम विरुद्ध खारिज करना एक संयोजित साजिश है।
अरुण यादव ने सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी उम्मीदवार वीडी शर्मा के राजनीतिक दबाव में जाकर नामांकन पत्र निरस्त किया है और यह राजनीतिक दबाव का स्पष्ट प्रमाण है। अरुण यादव ने आगे कहा कि यह इस आरोप को भी स्पष्ट कर रहा है कि निर्वाचन अधिकारी ने सीधे तौर पर भाजपा को ज्वाइन ना कर उसे बाहर से समर्थन दिया है, जो भारतीय संविधान और लोकतंत्र की हत्या का परोक्ष प्रमाण होकर राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है ,और इसलिए अरुण यादव ने तत्काल खजुराहो के निर्वाचन अधिकारी को बर्खास्त करने की
दरअसल खजुराहो लोकसभा के निर्वाचन अधिकारी ने INDIA गठबंधन की उम्मीदवार मीरा यादव के नामांकन भरने के बाद जब उनके नामांकन फार्म की स्क्रुटनी की गई तो उसमें कुछ दस्तावेजों की फोटोकॉपी सही नहीं पाई गई। साथ ही कुछ जगह उम्मीदवार के हस्ताक्षर भी नहीं मिले थे। जिसके बाद मीरा यादव के नामांकन को निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त करने की कार्रवाई कर दी । तमाम विपक्षी दल निर्वाचन अधिकारी की कार्यवाही को बीजेपी उम्मीदवार वीडी शर्मा के दबाव में की गई असंवैधानिक कार्रवाई करार देकर लगातार इसका विरोध कर रहे हैं ।साथ ही कांग्रेस और सपा इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाना की भी तैयारी कर रहे हैं ।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को उम्मीद है कि माननीय न्यायालय इस मामले की जांच कर उन्हें राहत देगी।