परिवार परामर्श समिति की बैठक संपन्न
यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
मेरे पति की नौकरी वन विभाग में सिलवानी तहसील में है, लेकिन मेरे पति मुझे ससुराल में छोड़कर वहां अकेले रहते हैं, पिछले 5 साल से मैं ससुराल मैं पति के बिना अकेली रहती हूं। मेरा ससुराल में मन नहीं लगता मैं अपने पति के बिना अकेले ससुराल में नहीं रहूंगी ऐसा पूजा (परिवर्तित नाम) का कहना है । ग्राम बम्होरी से आए दंपति के बीच नौकरी बाले स्थान पर पत्नी को ना रखना मनमुटाव का कारण बना, परिवार परामर्श समिति ने दंपति को समझाया दोनों को साथ रहने के लिए राज़ी किया ।
एसडीओपी कार्यालय में परिवार परामर्श समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्र में 20 प्रकरण रखे गए, जिसमें 3 प्रकरणों मै सुलह होने पर समिति काउंसलरों के द्वारा समाप्त किया गया, तीन प्रकरणों में अनावेदक के द्वारा आवेदक एवं समिति को बार-बार गुमराह करने के कारण 2 प्रकरणों को पंजीबद्ध करने हेतु समिति से अनुमोदन किया गया, 3 प्रकरणों में दंपति ने सोचने विचारने के लिए समय मांगा, 12 प्रकरणों में आवेदकों एवं अनावेदकों की अनुपस्थिति के कारण आगामी बैठक में स्थानांतरित किया गया। बैठक में प्रमुख रूप से एस डी ओ पी सुरेश दामले, समिति अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम सिंह धाकड़, अधिवक्ता समाज सेवी निखिल प्रभुदयाल खरे, वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा , एडवोकेट शिवगोविंद सिंह, शरद राठी अधिवक्ता, एसडीओपी रीडर महेंद्र परते, आरक्षक राम कुमार धाकड़, चिंटू, बृजेश मौर्य की उपस्थित रही।