हम उस राजनीतिक दल को समर्थन देंगे जो हमारे हितों का संरक्षण देगा और बराबर का प्रतिनिधित्व देगा- वैश्य महासम्मेलन
– पत्रकारवार्ता का आयोजन कर चुनाव से पहले वैश्य समाज की हुंकार
– विधानसभा चुनाव से पहले वैश्य समाज हुआ एकजुट, रखी मांगे
– शिवपुरी में प्रेस वार्ता करके वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने रखी मांग
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
मध्यप्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न समाजों के लोग एकजुट होने लगे हैं। इसी क्रम में शिवपुरी में वैश्य समाज के पदाधिकारियों ने मांग रखी है कि उन्हें भी आगामी विधानसभा चुनाव में बराबर की हिस्सेदारी मिलना चाहिए। वैश्य महासम्मेलन मप्र के पदाधिकारियों ने शिवपुरी में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी मांगे रखी। वैश्य महासम्मेलन मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेश महामंत्री भरत अग्रवाल पत्रकारों को बताया कि वह उस राजनीतिक दल जा प्रत्याशी का समर्थन करेंगे जो वैश्यों के हितों का संरक्षण, संवर्धन व उनकी सुरक्षा का वचन देगा।
शिवपुरी के होटल नक्षत्र में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारी प्रदेश महामंत्री भरत अग्रवाल, संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र जैन खतौरा, जिला अध्यक्ष अजीत जैन, युवा संभाग प्रभारी दुर्गेश गुप्ता, संभागीय मीडिया प्रभारी रंजीत गुप्ता, महिला संभागीय अध्यक्ष ज्योति गुप्ता, रेणु अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, प्रीति जैन, अजय गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, लवलेश जैन, सुभाष खंडेलवाल, सहित अन्य पदाधिकारियों ने मांग रखते हुए कहा कि ने वैश्य महासम्मेलन मध्यप्रदेश की प्रादेशिक कार्य समिति की बैठक इंदौर में आयोजित की गई थी जिसमें एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस राजनीतिक प्रस्ताव के अनुसार वैश्यों को राजनीति में बराबर का प्रतिनिधित्व देना चाहिए। समाज के इन पदाधिकारियों ने बताया कि मप्र में वैश्य काफी संख्या में हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान वैश्य महासम्मेलन के इन पदाधिकारी ने कहा कि यदि उन्हें राजनीतिक दलों ने बराबर का प्रतिनिधित्व नहीं दिया तो वह अपने हिसाब से निर्णय लेंगे। इसके अलावा बताया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान को लेकर के जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। 2 अक्टूबर को वैश्य चेतना रैली का आयोजन किया जाएगा। अक्टूबर माह में गरवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
चुनाव से पहले राजनीतिक दलों की बढ़ा दीं मुश्किलें-
शिवपुरी में वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों द्वारा एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर आगामी विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज के लोगों को टिकट और बराबर का प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग करने पर अब भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि मध्य प्रदेश में यह दोनों ही दल प्रमुख राजनीतिक दल हैं। मध्यप्रदेश में देखा जाए तो शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में वैश्य मतदाता हैं और यदि वैश्य समाज के लोग नाराज होते हैं तो दोनों ही दल परेशानी में आ सकते हैं। ऐसे में अब भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को अपनी नई रणनीति के अनुसार वैश्यों को बराबर का संरक्षण देना पड़ेगा अन्यथा उनकी नाराजगी इन दोनों दलों पर भारी पड़ सकती है।
इंदौर बैठक में हुआ है प्रस्ताव पारित- प्रदेश महामंत्री भारत अग्रवाल
वैश्य महासम्मेलन मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेश महामंत्री भरत अग्रवाल और संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र जैन खतौरा वालों ने शिवपुरी में पत्रकारों को बताया कि पिछले दिनों 8 व 9 सितंबर को इंदौर में मध्य प्रदेश वैश्य महासम्मेलन की प्रादेशिक कार्य समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस राजनीतिक प्रस्ताव में बराबर का प्रतिनिधित्व देने की मांग उठी है। वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री भारत अग्रवाल ने बताया कि इस राजनीतिक प्रस्ताव के बाद अब जिला स्तर पर पत्रकार वार्ताएं आयोजित कर इस संदेश अनुसार समाज को एकजुट किया जा रहा है साथ ही अपनी मांगों को लेकर मप्र में सक्रिय राजनीतिक दलों को सचेत किया जा रहा है।