राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा सदस्य के लिए अयोग्य ठहराए जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि गांधी देश की आवाज हैं जो इस ‘तानाशाही’ के खिलाफ अब और मजबूत होगी। गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘ राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है। भाजपा ये ना भूले कि यही तरीका उन्होंने श्रीमती इन्दिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था और मुंह की खानी पड़ी। राहुल गांधी देश की आवाज हैं जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी।”
उन्होंने कहा कि ‘‘भारत जोड़ो यात्रा में राहुल जी ने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और हिंसा का मुद्दा उठाया। इन पर ध्यान देने की जगह भाजपा सरकार राहुल जी के खिलाफ दमनकारी कदम उठा रही है।” इससे पहले टोंक के वनस्थली विद्यापीठ में पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को लेकर आया फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका का सम्मान करना सभी का कर्तव्य है लेकिन जिस मामले को भाजपा के लोग प्रचारित कर रहे हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
पूरा खेल जानबूझकर खेला जा रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि‘‘ हम न्यायपालिका का सम्मान करते हैं और न्यायपालिका का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है.. संविधान बचाने का भी हम सभी का कर्तव्य बनता है, परन्तु जिस रूप में फैसला आया है और जिसका भाजपा वाले प्रचार कर रहे हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है।” उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरा खेल जानबूझकर खेला जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।” गहलोत ने कहा कि ‘‘संविधान की रक्षा करने का समय आ गया है।” गहलोत ने राज्य में नवसृजित जिलों के विरोध पर कहा कि नए जिले बनाने का निर्णय एक अच्छा निर्णय है जो सरकार को सुशासन सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
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