मच्छरों को पानी के संपर्क में आने से रोकने के लिए बिना ढक्कन के जल पात्रों को कपड़े से ढककर भी रखा जा सकता है
देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल
पानी के संपर्क में आने पर मच्छर अंडे देता है, अतः ज़रूरी है कि मच्छर को पानी के संपर्क में नहीं आने दे। इसी क्रम में बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देशन एवं जिला मलेरिया अधिकारी के मार्गदर्शन में गोदरेज के सहयोग से संचालित एम्बेड परियोजना फैमिली हेल्थ इंडिया एवं जिला स्वास्थ्य समिति वेक्टर बोर्न डिजीज भोपाल के द्वारा बीसीसीएफ एवं स्वयंसेवकों के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों को एवं विद्यालय स्तर पर बच्चों को डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के संदेश दिए हैं।
क्षेत्रीय समन्वयक फैमिली हेल्थ इंडिया डॉ. संतोष भार्गव ने बताया कि लेकसिटी कॉन्वेंट स्कूल में प्रबंधन के सहयोग से विद्यालय में जागरूकता फैलाई, उधर बस्तियों में जाकर टीम द्वारा कहा कि सभी लोग अपने-अपने घरों का पानी हर सात दिन में बदले जिससे कि डेंगू एवं मलेरिया के खतरे से बच सके, मौसम बदलते ही डेंगू एवं मलेरिया के केस में वृद्धि होना सामान्य बात है, यदि किसी को डेंगू होता है तो उसके चलते परिवार को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता
है, व्यक्ति सामाजिक एवं आर्थिक संकट से जूझने लगता है, अत: क्यों ना समुदाय स्वयं ही निगरानी कर अपने घरों में डेंगू एवं मलेरिया की उत्पत्ति ना होने दें, अपने घरों में एक सप्ताह से ज्यादा हमें पानी भरकर नहीं रखना है, यदि पानी जमा करके रखते हैं, तो उसे ढक कर रखें ढकन ना होने पर पानी की टंकी या कंटेनर को कपड़े से ढक कर रखें, जिससे कि मच्छर अंडे ना दे सके इस लिए अपने घर एवं अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा ना होने दें फ्रिज की ट्रे कूलर की टंकी पक्षियों के लिए रखा हुआ पानी का बर्तन कि स्वयं निगरानी करें पानी बदलते रहे, जिससे डेंगू एवं मलेरिया के खतरे से बचा जा सकें इसके साथ ही व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों को इसके बारे में जागरूक करें जिससे समुदाय के लोगों में डेंगू एवं मलेरिया के प्रति जागरूकता फैल सके और वे स्वयं डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम में सहयोग करें l