उदयपुरा रायसेन।नर्मदा अंचल के परम साधक स्वामी नित्यानंद गिरि जी महाराज की सत्य प्रेरणा से श्रीरामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा नित्य, सत्संग, सेवा ,सुमिरन, कार्यक्रम अंतर्गत साप्ताहिक, मानस यात्रा ,का कार्यक्रम, देव शयनी एकादशी पर्व ,पर नर्मदा धर्मशाला मैं मानस आचार्य, पंडित सुरेंद्र कुमार शास्त्री, द्वारा आयोजित किया गया । मानस ग्रंथ ,का विधिवत पूजन ,अर्चन ,आचार्य पुत्र शिशिर स्थापक द्वारा कर सत्संग सभा आयोजित की गई, नर्मदा अंचल के विद्वान राजेंद्र प्रसाद शास्त्री मानस धर्माधिकारी ,द्वारा मानस के चल रहे शूपॅणखा कथा ,की व्याख्या करते हुए ,बताया की सूप नखा, वासना की प्रतीक है और जब वासना, उपासना में परिवर्तित होती है ,तो साधना का रूप ले लेती है ,सूप नखा ,कथा के साथ खर दूषण आदि का वध की कथा ,को विद्वानों द्वारा बड़े ही रोचक एवं विभिन्न भावों को प्रकट किया, जिसमें कोमल प्रसाद शास्त्री व्याकरण आचार्य, हरिदत्त शास्त्री संगीता चारी, नर्मदा प्रसाद रामायणी, राम नरेश शास्त्री ,कुंवर लाल रामायणी, अमरनाथ छोटे महाराज ,सुदामा प्रसाद शास्त्री ,कैलाश दुबे ,चंद्र प्रकाश शास्त्री ,योगेश पांडे आदि थे सभा के दौरान वार्ड निवासी सीताराम धाकड़ ,की धर्मपत्नी स्व वैजयंती बाई एवं डॉ एस एन सिंह के दिवंगत भाई, रवि नारायण सिंह, को स्मरण कर श्रद्धांजलि दी ,क्षेत्र की सुख, शांति एवं सद्भाव के लिए मानस ग्रंथ की सामूहिक मंगल आरती एवं दिव्य प्रसाद का वितरण हुआ सत्संग सभा का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता चतुर नारायण रघुवंशी, द्वारा किया गया ,विशिष्ट श्रोताओं में नगर के राष्ट्रीय कवि गोविंद गोदानी ,कैलाश शर्मा ,मोहन सिंह पचामा ,ओंकार सिंह पटेल, भरत सिंह राजपूत, प्रताप सिंह राजपूत, डीपी पाठक, केके धाकड़ ,मानसिंह खरात ,मुकेश पषटारिया ,गया प्रसाद तिवारी, परसोत्तम शर्मा, अरुण कुमार उदेनिया, सुमेर सिंह राजपूत, रमेश रघु पतंजलि ,राघवेंद्र रो नेहा रामसेवक संजय भैया ,बृजेंद्र पटेल जैतहरी ,कैलाश राजपूत, वीरेंद्र चौधरी ,मदन लाल मेहरा, भूपेंद्र कुशवाहा ,केशव यादव, श्रीधर पाराशर ,चंद्र हंस मुकदम, छोटेलाल गौरव ,मुन्ना लाल पांडे, अर्जुन रघु ,नारायण साहू ,सहित विभिन्न ग्रामों से पधारे हुए एवं नगर के सत्संग प्रेमी श्रोताओं ने उपस्थित होकर सत्संग श्रवण किया।