तम्बाकू का सेवन, विशेषकर छात्रों और किशोरों में उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए खतरा- डॉ.हर्ष विभोर भारती
–तम्बाकू मुक्त शैक्षिक संस्थान” पर चर्चा में शामिल हुए डॉ भारती
रायसेन। नोडल अधिकारी एनटीसीपी जिला रायसेन डॉ हर्ष विभोर भारती द्वारा सी एम राइज शासकीय विद्यालय रायसेन में बाल दिवस के अवसर पर पी आयोजित “तम्बाकू मुक्त शैक्षिक संस्थान” पर चर्चा ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को सामने लाया है, जिसे आजकल की युवा पीढ़ी और समाज को गंभीरता से समझने की आवश्यकता है। तम्बाकू का सेवन, विशेषकर छात्रों और किशोरों में, न केवल उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए खतरे का कारण बनता है, बल्कि यह शिक्षा की गुणवत्ता और जीवन की दिशा पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों में तम्बाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। यह देखा गया है कि स्कूलों और कॉलेजों में तम्बाकू उत्पादों का सेवन न केवल छात्रों को स्वास्थ्य समस्याओं से घेरता है, बल्कि उनके प्रदर्शन और भविष्य को भी प्रभावित करता है। इस पर रोक लगाने के लिए शैक्षिक संस्थानों में तम्बाकू मुक्त माहौल बनाना बेहद जरूरी है।
तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियाँ, जैसे कि कैंसर, दिल की बीमारियाँ, और सांस की समस्याएँ, एक गंभीर चिंता का विषय हैं। बच्चों और किशोरों के बीच इस आदत का फैलाव रोकने के लिए विद्यालयों को न केवल जागरूकता अभियानों का आयोजन करना चाहिए, बल्कि इस संदर्भ में सख्त नियम और नियंत्रण भी लागू करने चाहिए। इसके साथ ही, शिक्षा संस्थानों को एक ऐसे वातावरण का निर्माण करना होगा, जो तम्बाकू के सेवन से मुक्त हो और छात्रों को एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रोत्साहित करे।
तम्बाकू मुक्त स्कूल और कॉलेजों का निर्माण न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक उत्तरदायित्व भी है। इस तरह की पहल से हम आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य की ओर मार्गदर्शित कर सकते हैं।
इस महत्वपूर्ण पहल को सफल बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। साथ ही, सरकार और शैक्षिक संस्थानों को इस दिशा में और कठोर कदम उठाने होंगे, ताकि हम अपने बच्चों को तम्बाकू जैसी आदतों से बचा सकें और उन्हें एक स्वस्थ और उज्जवल भविष्य दे सकें।