शिक्षक के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी , कलेक्टर , लोक शिक्षण सचंन्यायालय , शिक्षा मंत्री तक की जा चुकी है शिकायत
लंबी बीमारी से पुत्र की मौत, कर्ज को लेकर कर्जदार कर रहे शिक्षक को परेशान
यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
पेंशन प्रकरण निराकरण को लेकर शिक्षक के द्वारा एसडीएम , जिला शिक्षा अधिकारी , कलेक्टर , शिक्षा मंत्री , लोक शिक्षण संचनालय सहित लोकायुक्त तक की जा चुकी है शिकायत बावजूद महीनों गुजर जाने के बाद शिक्षक की पेंशन चालू नहीं हो सकी। इस दौरान शिक्षक को पारिवारिक रूप से होने वाली परेशानी के दौरान कई ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ा जिसमें की बच्चों के इलाज के लिए पैसों की आवश्यकता होने के बावजूद इलाज के अभाव में बेटे ने दम तोड़ दिया।
उक्त प्रकरण बाड़ी शासकीय कन्या उत्तर माध्यमिक विद्यालय का है। जहां पदस्थ दामोदर अहिरवार सेवानिवृति उच्च श्रेणी शिक्षक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाड़ी में उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर दिनांक 04/अगस्त 2011 से पदस्थ रहे दिनांक 6 फरवरी 2018 से 22/06/2022 तक उक्त संस्था का प्रभारी प्राचार्य रहा। इसके बाद दिनांक 22/06/22 को संस्था का समस्त प्रभार केशव कुमार नामदेव को संपूर्ण लिखित सूची सहित प्रभार सौंप चुका थे। बाद में दिनांक 9/9/22 को स्थानांतरण पर आए घनश्याम मेहरा ने संपूर्ण प्रभा केशव कुमार नामदेव से ले लिया। दिनांक 30 जून 24 को मैं दामोदर अहिरवार शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाडी से सेवानिवृत हो चुका हूं।
किंतु सेवा निवृत होने के बाद वर्तमान प्राचार्य घनश्याम मेहरा के द्वारा मेरे पेंशन प्रकरण पर रोक लगाए हुए हैं ,
इस संबंध में प्राचार्य घनश्याम मेहर का कहना है कि आप संस्था का समस्त चार्ज सोपे तभी में पेंशन प्रकरण एवं नोड्यूस जारी करूंगा।
जबकि शिक्षक अहिरवार के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश क्रमांक 3926 दिनांक 22 जून 2022 के परिपालन में केशव कुमार नामदेव को विधिवत समस्त प्रभार सौंपा जा चुका है । जिसकी लिखित पावती शिक्षक के पास सुरक्षित है।
जबकि शिक्षक केशव नामदेव से घनश्याम मेहरा ने दिनांक 9/9/22 को चार्ज प्राप्त कर प्राचार्य के पद पर कार्य कर रहे हैं वे फिर भी श्री केशव कुमार नामदेव से प्रभार ना मांग कर प्रार्थी से चार्ज मांग कर रहे हैं जबकि केशव कुमार नामदेव को प्रार्थी द्वारा प्रभार दिए हुए 2 वर्ष का समय हो चुका है।
ऐसी स्थिति में शिक्षक अहिरवार को प्राचार्य घनश्याम मेहरा के द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है बता दें कि शिक्षक के द्वारा इस संबंध में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी सहित शिक्षा मंत्री , कलेक्टर आदि को शिकायत की जा चुकी है।
जब इस संबंध में प्राचार्य घनश्याम मेहरा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि शिक्षक दामोदर अहिरवार के द्वारा की जाने वाली खरीदी में जीएसटी बिल नहीं लगाए गए हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को
अवगत कराया जा चुका है। जब उनसे सिलवानी में होने वाले एक करोड़ से ऊपर के घोटाले के संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा पूरे प्रदेश में हुआ है।
इस संबंध में शिक्षक दामोदर अहिरवार ने बताया कि मुझे बार-बार स्कूल में बुलाकर दिन भर बिठाया जाता है लेकिन मेरे ऊपर कितनी राशि ड्यू निकल रही है यह नहीं बताया जाता जबकि मैं यह बोल चुका हूं यदि राशि की जानकारी आप दे दे तो मैं वह राशि जमा करने को तैयार हूं । लेकिन राशि भी नहीं बताई जा रही। मेरे पुत्र की लंबी बीमारी से मौत हो गई है जिसके इलाज में लगभग 5 लाख रुपए का कर्ज लेकर मैं इलाज करवाया है। अब कर्जदार मुझे परेशान कर रहे हैं।