भोपाल। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे गैस पीड़ितों के लिए खुशखबरी है। अब ऐसे रोगियों को भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निश्शुल्क उपचार मिल सकेगा। इसके लिए राज्य सरकार और एम्स के बीच एक करार हो गया है। सोमवार को राज्य सरकार के भोपाल गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग और एम्स भोपाल के बीच एमओयू साइन किया गया।
दरअसल, कैंसर ग्रस्त गैस पीड़तों का इलाज एम्स भोपाल में निश्शुल्क करने के संबंध में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने गैस राहत विभाग से पूछा था और अगली पेशी 24 जनवरी को जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया था। इसीलिए गैस राहत विभाग ने इस संदर्भ में एम्स से एमओयू साइन किया। गैस पीड़ित संगठनों ने बीएमएचआरसी प्रबंधन से भी मांग की है कि वे जल्द ही कदम उठाएं, जिससे अस्पताल में कैंसर विभाग शुरू किया जा सके।
कैंसर से जूझ रही गैस पीड़ित सपना चौरसिया उपचार की मांग करते हुए कोर्ट पहुंची थी। जहां उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से राशि स्वीकृत होने के बाद भी उपचार नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद कोर्ट ने वास्तविक स्थिति के संबंध में जानकारी मांगी। इसके तुरंत बाद प्रदेश सरकार और एम्स भोपाल के बीच एमओयू हो गया। अब सभी को आसानी से एम्स भोपाल में कैंसर का उपचार मिल सकेगा।