गुना हादसे के बाद चेती यातायात पुलिस और परिवहन महकमा, डंपर पकड़े तो कईयों पर नहीं मिले नंबर, 12 डंपरों के किए चालान
– 22 डंपरों को चेक किया गया कईयों में मिली खामियां
– जिला एवं तहसील स्तरीय उड़नदस्ता दल गठित
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक बस में डंपर की भिंडत के बाद बस में बैठे 13 लोगों की जिंदा जल जाने के बाद अब प्रशासन सक्रिय हुआ है। शिवपुरी में शनिवार को यातायात पुलिस ने डंपरों पर कार्रवाई की है। यहां पर डंपरों की जांच के दौरान कई डंपर बिना नंबर के और नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए गए। इस दौरान 22 डंपरों को चेक किया गया जिनमें से 12 डंपरों में अनियमितता मिली और इन पर जुर्माना लगाया गया है। गुना हादसे के बाद अब आरटीओ विभाग और यातायात पुलिस सक्रिय हुआ है और सड़कों पर उतरकर जांच चेकिंग कर रहा है। वहीं दूसरी और सोशल मीडिया पर लोग यातायात पुलिस और आरटीओ विभाग की अचानक सक्रियता को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि पहले से यातायात पुलिस और आरटीओ विभाग सक्रिय रहे तो इस तरह की घटनाएं नहीं होगीं, जो गुना में हुई है और 13 लोग जिंदा जल गए। सोशल मीडिया पर यूजर्स लगातार इस तरह का अभियान सतत चलाए रखने की बात कह रहे हैं।
12 डंपरों से कुल 10 हजार का समन शुल्क लगाया गया-
शिवपुरी में शनिवार को यातायात पुलिस ने डंपरों की चैकिंग का अभियान चलाया। विभिन्न चौराहों पर डंपरों के दस्तावेजों की जांच की गई। इस दौरान लगभग 22 डंपरों को चैक किया था। जिनमें से 12 डंपरों के दस्तावेज और कुछ डंपर बिना नंबर प्लेट के पाए गए। सभी 12 डंपरों से कुल 10 हजार का समन शुल्क वसूला गया है।
परिवहन विभाग भी एक्टिव हुआ-
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी के निर्देश पर परिवहन विभाग द्वारा वाहन चैकिंग की कार्यवाही की गई। कार्यवाही के दौरान बिना परमिट, बिना फिटनेस, ओवरलोडिंग एवं नियम विरुद्ध चलने वाले 10 वाहनों पर कार्यवाही करते हुए कुल 17 हजार रूपए शमन शुल्क वसूल किया गया।जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों पर की गई कार्यवाही में 30 यात्री बसों की चेकिंग की कार्यवाही की गई जिसमें से 10 यात्री बसों पर कार्यवाही करते हुए 17 हजार रूपए शमन शुल्क वसूल किया गया। उन्होंने बताया कि नियम विरूद्ध चल रहे वाहनों की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
जिला एवं तहसील स्तरीय उड़नदस्ता दल गठित-
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा जिला एवं तहसील स्तरीय उड़नदस्ता दलों को निर्देशित किया है कि 31 दिसंबर को अपने-अपने क्षेत्रातर्गत संचालित निजी विद्यालयों में विद्यार्थियों के परिवहन हेतु लगे हुये वाहनों का भौतिक सत्यापन कर विद्यालयवार सूचीबद्ध करेंगे तथा प्रत्येक वाहन के दस्तावेजों (रजिस्ट्रेशन क्रमांक, वाहन का मॉडल, बीमा, फिटनेस, बैठक क्षमता, परमिट, ड्रायविंग लायसेंस) का परीक्षण कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही करें। जिला स्तरीय दल में संयुक्त कलेक्टर मोहम्मद युनुस कुर्रेशी, जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती रंजना कुशवाह, जिला परियोजना समन्वयक विवेक श्रीवास्तव, यातायात प्रभारी रणवीर यादव को नियुक्त किया गया है। जबकि तहसील स्तरीय दल में संबंधित तहसील के नायब तहसीलदार, संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी, संबंधित क्षेत्र के बीएसी एवं परिवहन विभाग के एक कर्मचारी रहेंगे।उक्त जिला एवं तहसील स्तरीय दल मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत अवैध रूप से वाहनों के संचालन के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करेंगे।