रिपोर्ट धीरज जॉनसन,दमोह
स्थानीय जल शोधन प्लांट में शहर की विभिन्न टंकियों में भेजे जाने वाले पानी की समस्त जानकारी प्राप्त करने के लिए तकनीकी व्यवस्था की गई थी परंतु पिछले कुछ वर्षो से यह सिस्टम बंद पड़ा है जिससे पानी की मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है।
एक जानकारी के अनुसार पी एल सी स्काडा सिस्टम किसी भी कार्य की दूर से निगरानी के लिए लगाया जाता है। यह सिस्टम वॉटर सप्लाई डिपार्टमेंट नपा के द्वारा शहर की 17 टंकी में लगाया गया जिसका क्रियान्वयन निजी कंपनी द्वारा रहा, इसी ने प्लास्टिक की पाइप लाइन डालने का काम किया।
स्काडा का रिसीविंग प्वाइंट,फिल्टर प्लांट के कंट्रोल रूम में बनाया गया, जिसमें एक रिसीविंग बॉक्स और एक एलसीडी के माध्यम से शहर की करीब 17 टंकी की जानकारी प्राप्त की जाती है,इसमें प्रत्येक टंकी में आने वाले पानी,सप्लाई किए गए पानी और टंकी में पानी के लैविल की ऊंचाई को ज्यों का त्यों एलसीडी पर दिखाया जाता है और 17 टंकी में भी नेटवर्क बॉक्स लगे हुए है जिनमें सिम कार्ड के माध्यम से जानकारी को फिल्टर प्लांट के कंट्रोल रूम तक पहुंचाया जाता है। फिल्टर प्लांट के कंट्रोल रूम में लगे रिसिंविंग बॉक्स में जानकारी प्राप्त करने के लिए वाय फाय लगाया गया है।
परंतु जानकारी के अनुसार पिछले दो वर्षो से सिम कार्ड और वाय फाए का बिल न भरे जाने के कारण यह सिस्टम बंद है,तथा रखरखाव के अभाव में इनके खराब होने की आशंका भी है और शहर के वार्ड में भेजे जाने वाले पानी की संपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध नहीं हो रही है।