– सिंधिया को छोड़ने वाले नेता को बसपा ने अपना प्रत्याशी बनाया
– बसपा की गुर्जर वोटों पर नजर
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी में बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। कांग्रेस का वोट बैंक माने जाने वाले गुर्जर समाज के एक नेता को बसपा ने शिवपुरी से अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी है। बसपा द्वारा जारी सूची में शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से अहिरवरन सिंह गुर्जर को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जारी की गई सूची में शिवपुरी विधानसभा से अहिरवरन सिंह गुर्जर को अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा की गई है। अहिरवरन सिंह गुर्जर की घोषणा से कांग्रेस को इससे नुकसान हो सकता है और भाजपा इसका फायदा उठा सकती है। बताया जा रहा है कि गुर्जर समाज से जुड़े अहिरवरन सिंह गुर्जर पूर्व में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक थे। कांग्रेस छोड़कर वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए थे लेकिन वहां पर ज्यादा तवज्जो नहीं मिली और अब वह ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में आ गए हैं। अब बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
बसपा की गुर्जर वोटों पर नजर-
राजनीतिक जानकारों ने बताया है कि बसपा की नजर शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र के गुर्जर जाति के वोटरों पर है इसलिए पार्टी अहिरवरन सिंह गुर्जर को टिकट दिया है। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में 15 हजार गुर्जर जाति के वोट है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि गुर्जर जाति के वोटरों का झुकाव कांग्रेस के प्रति रहता है लेकिन बसपा ने एक सोची समझी रणनीति के तहत गुर्जर जाति के नेता को टिकट दे दिया है यदि अहिरवरन सिंह गुर्जर अपनी जाति के ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे तो कांग्रेस का गणित शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में बिगड़ जाएगा।
बसपा ने पहले मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा था–
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो यहां पर पहले बसपा ने एक मुस्लिम उम्मीदवार इरशाद राईन को मैदान में उतारा था। इरशाद राईन को 13 हजार 889 वोट मिले थे। इस चुनाव में बसपा शिवपुरी विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी।