भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को दिया गया बोलने का मौका तो नाराज हो गए पूर्व विधायक
-कांग्रेस की गुटबाजी सड़कों पर आई
-बोलने नहीं दिया तो नाराज हो गए दो पूर्व विधायक
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
विधानसभा चुनाव से पहले जिले में कांग्रेस की आपसी गुटबाजी व खेमेबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस की इस गुटबाजी का शिकार जनआक्रोश यात्रा भी हो गई है। गुटबाजी की स्थिति के बीच जब यहां पर जन आक्रोश यात्रा आई तो यहां पर कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए। आमसभा में कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए। यहां पर बीच चौराहे पर मंच के पास गाली गलौज हो गई। जन आक्रोश यात्रा के मंच पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को मंच से बोलने का मौका दिया गया लेकिन कांग्रेस के दो पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला और गणेश गौतम को मंच पर तो बिठाया गया लेकिन बोलने का मौका नहीं दिया गया।
शिवपुरी में जन आक्रोश यात्रा के दौरान कांग्रेस की गुटबाजी साफ तौर पर देखने को मिली। यहां पर दावेदारों में आपस में ही रस्साकसी करते देखे गए। भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस टिकट का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। इसी बीच शिवपुरी सीट से पूर्व विधायक शुक्ला, गणेश गौतम, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित शिवहरे और शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोहित अग्रवाल भी अपने लिए टिकट मांग रहे हैं। इन सभी नेताओं में आपस में टिकट को लेकर खींचतान है। जन आक्रोश यात्रा के दौरान इन नेताओं का आपस में उलझने के बाद और मंच छोड़कर चले जाने से कांग्रेस की गुटबाजी सड़कों पर आ गई।
बोलने नहीं दिया तो नाराज हो गए दो पूर्व विधायक-
बोलने वाले की सूची में इनका नाम न होने पर यह दोनों नेता बिखर गए और मंच से नीचे उतरकर जाने लगे। इस दौरान इनके समर्थकों ने वीरेंद्र रघुवंशी को मंच से बोलने पर गाली गलौच की। जिन कांग्रेस नेताओं ने मंच व्यवस्थाओं के इंतजाम किए थे उन्हें समर्थक कोसते नजर आए। दोनों पूर्व विधायक आमसभा छोड़कर के यहां से चले गए। आम सभा बीच में ही छोड़ने के दौरान जन आक्रोश यात्रा में आए नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह सहित अन्य नेताओं ने इन दोनों पूर्व विधायकों को मनाने की कोशिश भी की लेकिन दोनों नेता नहीं माने और वहां से चले गए। जन आक्रोश यात्रा के दौरान जब मंच छोड़कर पूर्व विधायक हरि बल्लभ शुक्ला, गणेश गौतम अपने साथियों सहित जाने लगे तो नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने दोनों नेताओं को रोकने का प्रयास किया लेकिन वह चले गए। इस पूरे एपीसोड से जन आक्रोश के साथ आए नेता प्रतिपक्ष भी खिन्न नजर आए।