मुख्यमंत्री निवास डोम में आयोजित हुई अतिथि विद्वानों और व्याख्याताओ की पंचायत
रिपोर्ट धीरज जॉनसन भोपाल
मध्यप्रदेश “अतिथि विद्वानों एवं अतिथि व्याख्याताओं की पंचायत में अतिथि विद्वानों के सम्मिलित होने विषयक मुख्यमंत्री द्वारा 11 सितम्बर 2023 को मुख्यमंत्री निवास-डोम में “अतिथि विद्वानों एवं अतिथि व्याख्याताओं की पंचायत” आयोजित की गई।
इस पंचायत में वर्षो से प्रदेश के विभिन्न सरकारी संस्थाओं में सेवाएं दे रहे अतिथि विद्वान, व्याख्याता (आईटीआई, पॉलिटेक्निक) शामिल हुए। इस अवसर पर स्वागत भाषण में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश सभी क्षेत्रों में समान रूप से आगे बढ़ता जाए यह संकल्प मुख्यमंत्री ने लिया और जीवन की कठिनाइयों को दूर किया जो सबके लिए उदारता रखते है, उच्च शिक्षा भी आगे बढ़ा,नई शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने में अतिथि का योगदान रहा जो सारी योग्यता रखते है।
बड़ी देर भई नंद लाला से अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अतिथि विद्वानों को अब मासिक वेतन दिया जाएगा जो 50 हजार रुपए होगा। शासकीय सेवकों के समान अवकाश की सुविधा होगी,एक अकादमिक सत्र में स्थानांतरण भी ले सकेंगे। फालेन आउट को रिक्त पदों पर आमंत्रित किया जाएगा।निश्चितता के लिए कदम उठाया जाएगा पर यूजीसी की गाइड लाइन की कुछ दिक्कत है। पी एस सी की परीक्षा में संशोधन कर 25 प्रतिशत पद आरक्षित किए जाएंगे और अब 10 प्रतिशत अंक अनुभव के रूप में दिए जाएंगे। जो अतिथि विद्वान लगातार पढ़ाने का काम कर रहे हैं उन्हें बाहर नहीं किया जाएगा। इतना बड़ा प्रदेश है हमारा, देश का दिल है मध्यप्रदेश वह चार साढ़े चार हजार को भी दिल में समा ही सकता है। हम सरकार नहीं परिवार चलाते है।
सोमवार को सुबह से ही मुख्यमंत्री आवास के सामने अतिथि विद्वान,व्याख्याता पहुंचते रहे जो नियमानुसार औपचारिकताओ के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जहां शिक्षको का सम्मान
करते हुए उन्हें स्वागत में मुख्यमंत्री आवास पर स्वल्पाहार और भोजन की व्यवस्था भी की गई।
विदित हैं कि प्रदेश के विभिन्न सरकारी महाविद्यालयों में कई वर्षो से योग्यता पूर्ण करने वाले अतिथि विद्वान व्याख्यान हेतु आमंत्रित किए जाते रहे है जिनका अब तक भविष्य सुरक्षित नहीं था, जिसके लिए इन्होंने वर्षो ज्ञापन,शांतिपूर्ण आंदोलन और अन्य माध्यमों से अपना दर्द सबके सामने रखा और अब भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई। इस संबंध में अतिथि विद्वान प्रदेश संयोजक,संयुक्त अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा, डॉ देवराज सिंह ने बताया कि वे और समस्त अतिथि विद्वान मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते है और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि अतिथि विद्वान अब लगातार व्यवस्था में बने रहेंगे।