दीपक कांकर रायसेन
रायसेन। श्रावण के अंतिम सोमवार भाजपा की वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती क़ा संकल्प आज पूरा नहीं हों पाया। मीडिया से बातचीत में उनका यह दर्द साफ दिखाई दे रहा था लेकिन अपने दर्द को दबाते हुए उन्होंने कहा कि अब केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार हें फ़िर वह क्यों गेट क़ा ताला तोड़े।
सावन के आखिरी सोमवार को रायसेन पहुंची सुश्री उमा भारती सोमेश्वर धाम पर जल नही चढ़ा पाई ।रायसेन किले पर स्तिथ सोमेश्वर धाम शिव मंदिर पर शाम होने के कारण पुलिस प्रशासन ने पुरातत्व विभाग के नियम कायदों क़ा हवाला देते हुए उमा भारती को किले पर जाने से रोक दिया ।
नाराज़ उमा भारती नें किले के बंद गेट पर जल का लौटा रख कर वापस लौट गई। प्रशासन पर उमा भारती क़ा आरोप रहा कि श्रावण के आखिरी सोमवार को मंदिर में जल चढ़ाने की उन्होंने ज़िला प्रशासन को पहले ही सूचना दी गईं थी।वह रायसेन किले पर स्थित भोजेश्वर मंदिर के ताले खुलवाने के लियें दो महीने अन्न भी त्याग कर चुकी थी पिछले एक साल से शिव मंदिर के ताले खुलवाने के लिए वह लगातार प्रयासरत हैं ।
मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश मे इस प्रकार के तीन और धार्मिक स्थलों की सूचना मुझे दी गई थी जहां कोई विवाद नही हें। इसके बावजूद मंदिर पुरातत्व विभाग के नियमो के कारण बंद है । उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में हमारी सरकार हें। इसके बाद भी अब में गेट या ताला तोड़ू यह अशोभनीय है।